
आज यानी मानवाधिकार दिवस (Human Rights Day) के अवसर पर बंगाल की वर्तमान मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस (TMC) प्रमुख ममता बनर्जी ने बिना नाम लिये केंद्र की सरकार पर निशाना साधा। बता दें कि इस बीच भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (J. P. Nadda) बंगाल में 2 दिवसीय दौरे के लिए मौजूद है। वहीं बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने मानवाधिकार दिवस के अवसर पर एक ट्वीट साझा किया। जिसमें उन्होंने लिखते हुए कहा कि, “आजकल लोकतंत्र को उखाड़ने, मौलिक अधिकारों को कुचलने और लोगों की आवाज को दबाने का एक बड़ा चलन है। हमारी सरकार मानवाधिकारों को कायम रखने के लिए प्रतिबद्ध है।”

ममता ने केंद्र पर हमला करते हुए एक और ट्वीट किया जिसमें उन्होंने लिखा कि, “बंगाल सरकार ने पिछले साढ़े नौ सालों में 19 मानवाधिकार न्यायालयों की स्थापना की है। मेरे द्वारा बार-बार किए गए प्रदर्शनों और आंदोलनों के बाद बंगाल मानवाधिकार आयोग की स्थापना 1995 में की गई थी। सभी को मेरी शुभकामनाएं।” वहीं दूसरी ओर बंगाल में कमल खिलाने के प्रयास में नड्डा बुधवार को कोलकाता पहुंचे और बंगाल पहुंच कर नड्डा द्वारा ममता बनर्जी के विधानसभा क्षेत्र भवानीपुर में गृह संपर्क अभियान किया जिसके दौरान वे कई लोगों से मिले। गौरतलब है कि इस से पूर्व नड्डा ने हेस्टिंग में पार्टी के चुनाव कार्यालय का उद्घाटन करते हुए आगामी विधान सभा चुनाव में जीतकर ममता सरकार को उखाड़ फेंकने का ऐलान किया था।
बंगाल में नड्डा पर हमला
बता दें कि राज्य के डायमंड हार्बर में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के चलते काफिले पर अचानक हमला किया गया। इना ही नहीं बंगाल में नड्डा के विरोध में प्रदर्शन कर रहे लोगों ने गुजर रहे काफिले पर पछराव करने के साथ रोकने का प्रयास किया। इस घटना के बारे में नड्डा ने बताते हुए कहा कि, “आज मैं यहां आया हूं, तो रास्ते में मुझे जो दृश्य देखने को मिला, वो इस बात को बताता है कि ममता जी के राज में बंगाल अराजकता और असहिष्णुता का पर्यायवाची बन चुका है। उन्होंने कहा, आज मैं यहां पहुंचा हूं तो मां दुर्गा के आशीर्वाद से पहुंचा हूं। टीएमसी के गुंडों ने प्रजातंत्र का गला घोंटने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। ये अराजकता ज्यादा दिन नहीं चलने वाली है, ममता जी की सरकार यहां से जाने वाली है, और बंगाल में कमल खिलने वाला है।”
