मां की लाश के साथ रहती थी ये लड़की, वजह जानकर रोक नहीं पाएंगे अपने आंसू

मां के शव के साथलखनऊ। आगरा के अर्जुन नगर तिराहे (शाहगंज) के पास एक महिला लगभग चार माह से मां के शव के साथ रह रही थी। शव कंकाल बन गया था। बेटी की भी मौत हो गई। उसका शव सड़ा तो क्षेत्र में दुर्गंध फैली। सूचना पर शनिवार को पुलिस पहुंची। कमरे का नजारा देखकर पुलिस के होश उड़ गए। इतनी भयंकर दुर्गंध थी कि वहां खड़ा तक न हुआ जा रहा था।

अर्जुन नगर तिराहे पर न्यू देहली स्वीट्स हाउस के नाम एक से दुकान है। दुकान के पिछले हिस्से में मूलत: अकोला (कागारौल) निवासी वीरेंद्र सिंह का मकान है। दो कमरों के इस मकान में वीना अग्रवाल और उसकी बुजुर्ग मां विमला अग्रवाल रहती थीं। विमला एसएन मेडिकल कॉलेज में स्टाफ नर्स के पद से रिटायर हुई थीं।

मां के शव के साथ रहने वाली वीना थी शिक्षिका

वीना शिक्षिका थी। शादी नहीं की थी। मकान का एंट्री प्वाइंट झाड़ियों में तब्दील हो गया था। आस-पास के दुकानदार यहां लघुशंका के लिए जाते थे। सुबह उन्हें घर के अंदर से भयंकर दुर्गंध आई। सूचना शाहगंज पुलिस को दी गई। शाहगंज पुलिस मौके पर आई तो घर के बाहर की हालत देखकर हैरान रह गई।

कमरे के दरवाजे की तरफ बढ़ी तो दुर्गंध इतनी तेज हो गई कि पुलिस कर्मियों को नाक पर रुमाल रखना पड़ा। अंदर कमरे का नजारा देखा तो होश उड़ गए। महिला का शव पड़ा हुआ था। जिसके सड़ने पर दुर्गंध आ रही थी। महिला अपनी मां के साथ रहती थी। लोगों ने यह बताया तो पुलिस कमरे के अंदर पहुंची। वहां एक कंकाल भी मिला जिसे देखकर पुलिस हैरानी में पड़ गई। आशंका जताई गई कि कंकाल महिला की मां का था।

आपको बता दें कि मां के कंकाल के साथ रहने वाली वीना मनोरोगी नहीं थी। बस अकेलेपन के नाते वो माँ की मौत को स्वीकार नहीं कर रही थी। उसे भय था कि अगर मां की मौत का पता सबको चल गया तो वो दुनिया की नज़रों में वो अकेली हो जाएगी। कोई उसकी मदद को नहीं आएगा। लोग उसे परेशान करेंगे।

वीना पढ़ी लिखी लड़की थी। और एक स्कूल में वो पढ़ाया करती थी। पर कई साल पहले वीना ने नौकरी छोड़ दी थी। लोग जब वीना से बात करते तो वो झुझलाती थी तो लोग समझते की वो पागल है। पर काश लोग उसे समझ पाते।

LIVE TV