महीने की शुरुआत में लगा झटका , जानिए इन चीजों के बढ़े दाम

नई दिल्ली : नए वित्त वर्ष की शुरुआत पर तेल मार्केटिंग कंपनियों ने आम आदमी को दोहरा झटका दे दिया है। जहां कंपनियों ने रसोई गैल सिलेंडर के अलावा हवाई ईंधन की कीमतों में भी इजाफा कर दिया है, जिसके चलते गर्मी की छुट्टियों में हवाई किराया बढ़ने के पूरे आसार दिख रहे है।
दाम
बता दें की बिना सब्सिडी वाले 14.2 किलोग्राम के रसोई गैस सिलेंडर का दाम पांच रुपये बढ़कर 706.50 रुपये प्रति सिलेंडर हो गया है। यह एक माह के अंतर पर एलपीजी की दर में दूसरी वृद्धि है। एक मार्च को इसमें 42.5 रुपये प्रति सिलेंडर की वृद्धि की गयी थी।
वहीं उपभोक्ताओं को एक साल में 12 सिलेंडर सब्सिडी वाली कीमतों पर मिलते हैं। इससे अधिक सिलेंडर की जरूरत होने पर उन्हें बिना सब्सिडी वाला सिलेंडर लेना पड़ता है। सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर का दाम 495.86 रुपये प्रति सिलेंडर है। इसमें कोई बदलाव नहीं हुआ है। जहां सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत बेचे जाने वाले केरोसिन के दाम मामूली बढ़कर 32.24 रुपये से 32.54 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं।

देखा जाये तो विमान ईंधन (एटीएफ) के भाव में सोमवार को एक फीसदी की वृद्धि की गई। वैश्विक स्तर पर कीमतों में वृद्धि के बाद लगातार दूसरे महीने विमान ईंधन महंगा हुआ है। सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों की मूल्य के बारे में जारी अधिसूचना के द्वारा दिल्ली में एटीएफ की दर में 1.07 फीसदी या 677.1 रुपये प्रति किलोलीटर की वृद्धि की गई है। नई दर बढ़कर 63,472.22 रुपये प्रति किलोलीटर हो गए है।
जहां इससे पहले पहली मार्च को एटीएफ का मूल्य 8.1 फीसदी या 4,734.15 रुपये प्रति किलोलीटर बढ़ा था। माना जा रहा है कि एटीएफ कीमतों में बढ़ोतरी से पहले से नकदी संकट झेल रही विमानन कंपनियों की परेशानी और बढ़ेगी।
दरअसल हवाई यात्रियों के लिए गर्मी की छुट्टियों में टिकट बुक कराना महंगा पड़ सकता है। हवाई किराया सीधे-सीधे ईंधन के दाम से जुड़ा रहता है। ऐसा इसलिए क्योंकि कंपनियों का सबसे ज्यादा 45 फीसदी खर्च हवाई ईंधन पर होता है।
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