
अमेठी में कांग्रेस की ”भाजपा हटाओ, महंगाई भगाओ’ रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। इसी के साथ ही राहुल गांधी ने हिंदू और हिंदुत्ववादी का फर्क सझाया। राहुल गांधी ने कहा, प्रधानमंत्री यहां आए तो झूठ बोले। वे ऐसा कर सकते हैं क्योंकि उनका आपके साथ राजनीतिक रिश्ता है। उनका आपके साथ तो छोड़िए, पारिवारिक रिश्ता किसी के साथ नहीं है। कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री ने गंगा में स्नान किया। मैंने जिंदगी में पहली बार देखा कि एक आदमी गंगा में स्वयं स्नान कर दिया। सबको वहां से हटा दिया गया। दुनिया को दिखाया कि एक आदमी गंगा स्नान कर रहा है। और कोई नहीं कर सकता।

एक तरफ सच्चाई है महात्मा गांधी। वे हिंदू हैं। दूसरी तरफ नाथूराम गोडसे। वह हिंदुत्ववादी है। उसे किसी ने महात्मा नहीं कहा। उसने सच की लड़ाई लड़ने वाले हिंदू यानी महात्मा की छाती में गोली मार दी। नाथूराम एक कायर आदमी था। वह अपने डर का सामन नहीं कर पाया। इसलिए उसने सच्चाई की राह में खड़े एक हिंदू को गोली मार दी। हिंदू सच के साथ रहता है, हिंदुत्ववादी झूठ का सहारा लेता है।
राहुल गांधी ने आगे कहा, आजकल देश में धर्म की बात होती है। हिंदू धर्म की बात होती है। हिंदू क्या होता है? क्या हिंदू झूठा होता है? हिंदू का मतलब वह व्यक्ति जो सच्चाई के रास्ते पर पूरी जिंदगी चलता है। उसे हम हिंदू कहते हैं। उन्होंने आगे कहा कि वह जो अपने के आगे सिर नहीं झुकाता, वह जो अपने डर को नफरत में नहीं बदलने देता, उसे हम हिंदू कहते हैं। अगर उदाहरण देना हो तो हमारे सामने सबसे बड़ा उदाहरण महात्मा गांधी हैं, जिन्होंने अपनी पूरी जिंदगी सच की तलाश में लगा दी।
राहुल गांधी ने आगे कहा, हिंदुत्ववादी गंगा में अकेला स्नान करता है। हिंदुत्ववादी करोड़ों लोगों के साथ स्नान करता है। एक तरफ हिंदू है, दूसरी तरफ हिंदुत्ववादी है। एक तरफ सच है, दूसरी तरफ झूठ है। हिंदू सच बोलते हैं, हिंदुत्ववादी झूठ बोलते हैं। वे रोजगार पर झूठ बोलते हैं, किसानों के बारे में झूठ बोलते हैं, वे चीन के कब्जे पर झूठ बोलते हैं। जिसके दिल में प्यार नहीं है, जिसके दिल में डर है, वह हिंदुत्ववादी है। हिंदू सबसे प्यार करता है, हिंदू सबसे गले लगता है।




