मुस्लिमों के धर्मगुरु ने राष्ट्रगान के लिए किया मना, सरकार को लिखा पत्र, मदरसों को जारी हुई नोटिस

मदरसों में झंडारोहणलखनऊ। देश की आजादी के जश्न के मौके पर यूपी और एमपी सरकार ने मदरसों में झंडारोहण और राष्ट्रगान गाना अनिवार्य कर दिया। इस फैसले के बाद से ही दोनों प्रदेशों में विवादों का सिलसिला जारी है। कई मुस्लिम धर्म गुरुओं ने जहां इस फैसले को दिल से सराहा, वहीं कई ने इस फैसले पर विरोध जताया है। ताजा मामले में बरेली के काजी ने मदरसों को लेकर एक नया बयान जारी किया है। उनका कहना है कि वे स्वतंत्रता का जश्न तो मनाएंगे, लेकिन राष्ट्रगान गाए बगैर। इसके लिए सभी मदरसों में भी राष्ट्रगान न गाने का फैसला दिया गया।

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ख़बरों के मुताबिक़ ये बात मुस्लिम धर्मगुरु असजद आर खान ने कही है। वहीं रजा-ए-जमात के प्रवक्ता नासिर कुरैशी ने कहा कि हम निश्चित तौर आजादी का जश्न मनाएंगे लेकिन मदरसों में राष्ट्रगान नहीं गाएंगे। बताया जा रहा है कि इसके लिए एक पत्र भी जारी किया गया है।

गौरतलब है कि यूपी मदरसा बोर्ड परिषद ने एक सर्कुलर जारी किया है जिसमें कहा गया कि स्वतंत्रता दिवस पर होने वाले मदरसों के कार्यक्रमों की वीडियो और फोटो भी ली जाएं।

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सर्कुलर में स्वतंत्रता दिवस पर सुबह 8 बजे तिरंगा फहराए जाने और राष्ट्रगान गाने के निर्देश दिए गए हैं। इसमें मदरसा छात्रों को राष्ट्रवादी गीत और 15 अगस्त के इतिहास पर विचार के निर्देश दिए गए है।

इससे पहले देश के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने कहा था कि देश के तमाम नागरिक होली, दीपावली, ईद और लोहड़ी के त्यौहार मनाते हैं।

वहीं स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर पूरा देश जश्न मनाता है। मदरसों को इससे अलग नहीं किया जाना चाहिए।

उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में स्थित सभी मदरसों में आगामी स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा फहराकर राष्ट्रगान गाने और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए हैं। साथी ही आदेश का पालन नहीं करने वालों पर कार्रवाई के लिए चेताया है।

देखें वीडियो :-

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