मजदूरी बढ़ाने को लेकर सीमेंट फैक्ट्री गेट पर धरना प्रदर्शन कर रहे मजदूरों डाल दिया सलाखों के पीछे
रिपोर्ट-अखिल श्रीवास्तव/रायबरेली
अगर आप अपने हक को लेकर प्रदर्शन या मांग कर रहे है तो हो जाइए सावधान, क्योकि रायबरेली पुलिस ऐसा करने वालो को सलाखों के पीछे पहुचा देती है। जी हां चौकिये नही यह एकदम सत्य बात है।
आज कुछ मजदूर अपनी मजदूरी बढ़ाने को लेकर सीमेंट फैक्ट्री गेट पर धरना प्रदर्शन कर ही रहे थे कि मिल एरिया थाने की पुलिस मौके पर पहुच गई और 7 मजदूरों को ले जाकर सलाखों के पीछे डाल दिया.
फिर क्या नाराज साथी मजदूरों ने थाने का घेराव कर नारेबाजी शुरू कर दी। मामला बढ़ता देख मौके पर भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है।
दरअसल रायबरेली जिले के मिलएरिया थाना क्षेत्र के इंडस्ट्रियल एरिया में बिरला सीमेंट फैक्ट्री में काम करने वाले सैकड़ो मजदूरों ने अपनी मजदूरी बढ़ाये जाने को लेकर लिखित व मौखिक अधिकारियों से गुहार लगाई पर जब उनकी बात को नजरअंदाज कर दिया गया तो आज सभी मजदूर संगठित होकर फैक्ट्री के बाहर धरने पर बैठ गए और वेतन वृद्धि की मांग करने लगी।
फैक्ट्री में किसी से पुलिस को सूचना दे दी फिर क्या मौके पर पहुँची पुलिस ने मजदूरों की बात न सुनकर उल्टे उन्हें ही थाने लाकर बंद कर दिया जिससे साथी मजदूर नंराज हो गए और थाने के बाहर घेराव कर विरोध शुरू कर दिया।
उत्तराखंड में पानी के संकट से निपटने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे गए पत्र
मामला बढ़ता देख भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। मजदूरों की माने तो वह लोग ढाई महीने से मजदूरी बढ़ाये जाने की माग कर रहे थे पर जब किसी ने उनकी बातों को नही सुना तो हम लोग धरना देने लगे और पुलिस आई हम लोगो को ही थाने ले आई।
वही इस पूरे मामले में जब फैक्ट्री के अधिकारियों से बात करने का प्रयाश किया गया तो कोई भी अधिकारी अपना पक्ष रखने के लिए मीडिया कर्मियों से मिलना तक मुनासिफ नही समझा।