भोपाल: अस्पताल में लगी भीषण आग, 4 बच्चों की मौत, विपक्ष ने सरकार को ठहराया जिम्मेदार

भोपाल के सरकारी हमीदिया अस्पताल परिसर के कमला नेहरू अस्पताल के चिल्ड्रेन वार्ड में सोमवार की रात एक बड़ा हादसा हुआ है। जहां आग लगने से चार बच्चों की मौत हो गई। आग अस्पताल की तीसरे माले पर लगी थी। काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। घटना पर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दुख जताया है। उन्होंने कहा कि घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है और मैंने इसे गंभीरता से लिया है। जांच के निर्देश दिए हैं, जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। सभी सरकारी और निजी अस्पतालों का फिर से फायर सेफ्टी ऑडिट होगा।

4 children die in fire in Bhopal hospital's paediatric critical care unit -  Hindustan Times

वहीं, इस घटना के बाद विपक्ष शिवराज सरकार पर हमला बोल रहा है। इस घटना को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अस्पताल के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस नेता पी.सी. शर्मा ने बताया, “इस पूरी घटना के ज़िम्मेदार स्वास्थ्य विभाग, राज्य सरकार और सीएम हैं। हम मामले को लेकर प्रधानमंत्री से मिलेंगे।

मुख्यमंत्री ने एक और ट्वीट करते हुए कहा- दुखद सूचना प्राप्त हुआ है कि एक और बच्चे को नहीं बचाया जा सका। यह हृदय विदारक है, मन दुखी है। पीड़ित परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। दुःख की इस घड़ी में पूरा प्रदेश उनके साथ है। उन्होंने आगे कहा कि अस्पताल के चाइल्ड वार्ड में आग की घटना बेहद दुखद है। बचाव कार्य तेजी से हुआ, आग पर काबू पा लिया गया, लेकिन दुर्भाग्यवश पहले से गंभीर रूप से बीमार होने पर भर्ती तीन बच्चों को नहीं बचाया जा सका।

बता दें कि इस घटना की जांच की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान को दी है। उन्होंने आज सुबह 9 बजे अस्पताल पहुंचकर स्थिति की समीक्षा की। इससे पहले चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग भी भोपाल के कलेक्टर अविनाश लवानिया और डीआईजी इरशाद वली के साथ अस्पताल पहुंचे थे। बता दें कि फिलहाल नवजातों को कमला नेहरु अस्पताल की दूसरी मंजिल पर पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग में रखा गया है। इनमें से 7 वेंटिलेटर पर हैं।

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