भस्त्रिका प्राणायाम करने की विधि और फायदे

भस्त्रिका प्राणायाम एक बहुत ही अच्छा श्वास अभ्यास हैं यह शरीर को स्वस्थ और दिमाग को खुश रखता हैं। ह्रदय और मस्तिष्क के रोगियों को एक चमत्कारी परिमाण प्राप्त करने लिए भस्त्रिका प्राणायाम आसन को करना लाभदायक होता हैं। आयुर्वेद के अनुसार यह कफ को शरीर से कम करने में मदद करती हैं। भस्त्रिका एक प्रकार का प्राणायाम है जो कपलभाती के समान दिखाई देता है लेकिन यह उससे बहुत अलग है। आइये भस्त्रिका प्राणायाम करने के तरीके और इससे होने वाले लाभ को विस्तार से जानते हैं।

भस्त्रिका प्राणायाम करने की विधि और फायदे

भस्त्रिका प्राणायाम क्या हैं – What is Bhastrika Pranayama Hindi

“भस्त्रिका प्राणायाम” एक संस्कृत शब्द है जिसमे “भस्त्रिका” शब्द का अर्थ “धौंकनी”(bellows) हैं। धौंकनी एक उपकरण हैं जो पहले लुहार के पास होता हैं, यह चमड़ा का बना होता हैं इसका प्रयोग आग को भड़काने में किया जाता था। आपने ‘दा योगिक ब्रेथ ऑफ फायर’ (the yogic breath of fire) के बारे में सुना हैं? यह साँस लेने वाली एक तकनीक हैं जो शरीर में गर्मी पैदा करने के लिए जानी जाती हैं। भस्त्रिका योग श्वास अभ्यास में एक शक्तिशाली और ऊर्जावान प्राणायाम है। कपालभाती भी एक श्वास तकनीक है जो छींकने की नकल करती है और पेट को इसमें शामिल करती है, पर भस्त्रिका प्राणायाम छाती के माध्यम से होता है और यह फेफड़ों को संलग्न करती है। आइये भस्त्रिका प्राणायाम करने की विधि और इसके लाभ को विस्तार से जानते हैं।

भस्त्रिका प्राणायाम करने से पहले यह आसन करें – Bhastrika Pranayama (Bellows Breath) karne se pahle ye aasan kare in Hindi

भस्त्रिका प्राणायाम करने से पहले यह आसन करें - Bhastrika Pranayama (Bellows Breath) karne se pahle ye aasan kare in Hindi

  • कपालभाती
  • सुखासन
  • पद्मासन

भस्त्रिका प्राणायाम करने का तरीका – Steps to do Bhastrika Pranayama (Bellows Breath)

भस्त्रिका प्राणायाम करने का तरीका - Steps to do Bhastrika Pranayama (Bellows Breath) in Hindi

नीचे भस्त्रिका योगासन को करने के तरीके दिए जा रहे हैं जिनका का अनुसरण करके आप इसे आसानी से कर सकते हैं-

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  • इस आसन को करने के लिए आप सबसे पहले एक योगा मैट को जमीन पर बिछा के पद्मासन या सुखासन में बैठ जाएं।
  • अपनी आँखों को बंद कर लें।
  • अपनी रीढ़ की हड्डी को, गर्दन और सिर को सीधा रखें।
  • अपने दोनों हाथों को सीधा करके घुटनों पर रखें और तर्जनी को अंगूठे से मिलाएं।
  • कुछ देर ध्यान की मुद्रा में बैठे।
  • अब एक गहरी साँस अन्दर लें और फिर बलपूर्वक उसके बाहर निकालें।
  • फिर से बलपूर्वक अन्दर की ओर साँस लें और फिर से बलपूर्वक उसे बाहर निकले।
  • साँस को पूरी तरह से अन्दर लें, इसमें आपकी साँस लेने की गति एक धौंकनी के समान होती हैं।
  • इस क्रिया को निरंतर करते रहें और इसे कम से कम 21 बार करें।
  • उसके बाद के एक कुछ लम्बी साँस लें और फिर धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं।

भस्त्रिका प्राणायाम के फायदे – Bhastrika Pranayama Benefits

  • फेफड़ों के लिए फायदेमंद भस्त्रिका प्राणायाम
  • रक्त की शुद्धि करने के लिए भस्त्रिका प्राणायाम
  • भस्त्रिका प्राणायाम के लाभ दिमाग को एकाग्र करने में
  • भस्त्रिका प्राणायाम के फायदे मस्तिष्क रोगों के लिए
  • विभिन्न प्रकार की बिमारियों से बचने के लिए भस्त्रिका प्राणायाम
  • भस्त्रिका प्राणायाम के अनेक फायदे हैं आइये इसे विस्तार से जानते हैं-

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फेफड़ों के लिए फायदेमंद भस्त्रिका प्राणायाम – Bhastrika Pranayama Best breathing exercise for lungs

यह फेफड़ों के लिए एक अच्छा श्वास अभ्यास हैं। यह फेफड़ों को स्वस्थ बनता हैं और उसके काम करने की क्षमता में वृद्धि करता हैं। इसके अलावा यह श्वसन प्रणाली को प्रभावित करता हैं और सभी फेफड़ों से सम्बंधित समस्याओं का इलाज करता हैं।

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