‘ब्लू वेल’ का शिकार होने से बचा छात्र, टीचर ने बचाई जान

ब्लू वेल गेमइंदौर। ऑनलाइन ब्लू वेल गेम भारत में भी अपना पैर पसार रहा है। लगातार ऐसे मामले सामने आ रहे है जिसमें इस गेम के आखिरी चैलेंज यानी सुसाइड चैलेंज के बाद किसी छात्र ने आत्महत्या कर ली हो। ताज़ा मामला इंदौर का है, जहाँ 7वीं कक्षा के छात्र ने यह गेम खेलने के बाद आत्महत्या करने की कोशिश की। गुरुवार को अपनी स्कूल बिल्डिंग की तीसरी मंजिल से कूदने वाला था कि अचनाक उसके पीटी टीचर की नजर पड़ी और उसे बचा लिया गया।

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पुलिस का कहना है कि  बच्चा अपने पिता के फोन पर यह घातक गेम लंबे समय से खेल रहा था, लेकिन उसके माता-पिता को इसका तनिक भी अंदेशा नहीं था। बच्चे के क्लास के बच्चों ने बताया कि वह लंबे समय से ब्लू वेल सूसाइड चैलेंज गेम खेल रहा था।

हालांकि पुलिस को यह अंदेशा है कि बच्चे की सूइसाइड की कोशिश का ब्लू वेल गेम से कोई लेना-देना नहीं है। दरअसल इस गेम में 49 स्टेज पार करनी होती है बाद में अंतिम चुनौती के रूप में सूइसाइड चैलेंज मिलता है और हर चैलेंज पूरा करने के बाद शरीर पर एक कट लगता है। लेकिन, बच्चे के शरीर पर एक भी कट नहीं था।

दूसरी ओर बच्चे का साफ कहना है कि वह खुद यह गेम पिछले 50 दिनों से ब्लू वेल गेम खेल रहा था और यह लास्ट चुनौती थी, उससे आखिरी चैलेंज हारने पर सूइसाइड के लिए कहा गया था। उसके साथ के छात्रों के अनुसार उस छात्र को अंतिम चैलेंज पूरा करने से मना किया गया तो वह गुमसुम सा रहने लगा था।

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मुंबई में हाल ही में 14 वर्षीय एक लड़के ने भी इसी खेल के अंतिम चरण को पूरा करने के लिए आत्महत्या कर ली और अब यह कई राज्यों में पहुंच गया है।

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