बोरवेल में फंसे मासूम प्रहलाद ने तोड़ा दम, 90 घंटों से चल रहा था रेस्क्यू करने का प्रयास

मध्य प्रदेश के निवाड़ी जिला स्थित सैतपुरा गांव में एक बच्चा बोरवेल में गिर गया था। बताया जा रहा था कि बोरवेल में गिरा बच्चा वहीं के निवासी हरकिशन का है जिसका नाम प्रहलाद है। बच्चे को निकालने के लिए मौजूद रेस्क्यू टीम कई दिनों से प्रयास कर रही थी। सूत्रों के मुताबिक मासूम प्रहलाद को रेस्क्यू टीम द्वारा शनिवार-रविवार की रात 3 बजे के आस-पास बाहर निकाला गया। बाहर निकालने पर वह अचेत अवस्था में था क्योंकि उसने कई दिनों से कुछ भी नही खाया था। रेस्क्यू टीम ने प्रहलाद को बचाने के लिए करीब 90 घंटों की खुदाई को अंजाम दिया।

जब देर रात को रेस्क्यू टीम ने प्रहलाद को बाहर निकाला तब वह बेहद गंभीर हालात में था जिसके बाद बिना किसी देर के टीम ने फौरन बच्चे को स्थानीय अस्पताल में दाखिल करा दिया। लेकिन प्रहलाद को देखने के बाद डाक्टरों ने उस मासूम को मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद गांव में प्रहलाद को माता-पिता व परिजनों का रो-रो कर हाल बेहाल है। परिजनों का कहना है कि उन्हें यह नही मालूम था कि उनके बच्चे को रेस्क्यू टीम नही बचा पाएगी। प्रहलाद की खबर मिलते ही पूरे गांव में मातम पसर गया है साथ ही प्रलाद की माँ की पालत बेहद गंभीर बताई जा रही है।

यह है पूरा मामला
मध्य प्रदेश के निवाड़ी जिले के सैतपुरा गांव में रहने वाले स्थानीय ग्रामीण हरिकिशन कुशवाहा का पुत्र प्रहलाद कुशवाहा एक बोर वोल में गिर गया था। दरअसल, 4 वर्षीय प्रहलाद अपने स्वजनों के साथ 4 नवंबर को सुबह 9 बजे अपने खेत पर गया था। स्वजनों ने 5 दिन पहले अपने खेत में 9 इंची बोर 200 फीट कराया था। बच्चे के पिता खेत में केसिंग डलवाने के लिए गये थे जिन के साथ प्रहलाद भी मौजूद था। बच्चे के पिता ने बताया कि वह केसिंग डलवाने के लिए पाइप लेने गए थे इसी बीच उनका बच्चा खेलते-खेलते बोर वोल के पास चला गया।

कुछ देर बाद लौटने पर पता चला कि उनका बेटा प्रहलाद बोर वोल में गिर गया है। जिसके बाद उन्होंने 100 डायल कर स्थानीय पुलिस को सूचित किया। डायल 100 आने के साथ ही थाने में सूचना दी गई और मौके पर थाना प्रभारी नरेंद्र त्रिपाठी पुलिस टीम के साथ वहां पहुंचे। इसके बाद राजस्व विभाग से एसडीएम तरूण जैन, तहसीलदार अनिल तलैया मौके पर पहुंच साथ ही पूरे गांव में हलचल मच गई।

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