
तमिलनाडु। गुरुवार से देश के पहले बैंकिंग रोबोट लक्ष्मी ने काम करना शुरु कर दिया है। इस रोबोट को तमिलनाडु के कुंबाकोनम स्थित सिटी यूनियन बैंक ने लॉन्च किया। देश में इस तरह का यह पहला रोबोट है। यह काफी इंटरैक्टिव है और तेजी के साथ काम करने में सक्षम भी है।
वहीं, दूसरी तरफ निजी क्षेत्र का सबसे बड़ा बैंक एचडीएफसी भी अपने ग्राहकों के सवाल-जवाब के लिए रोबोट बनाने की दिशा में काम रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो लक्ष्मी को बनाने में करीब 6 महीने का समय लगा है। यह रोबाट 125 विषयों में जवाब देने में सक्षम है।
बैंकिंग रोबोट लक्ष्मी एकाउंट में बाकाया राशि से लेकर होम लोन पर ब्याज की दरों से जुड़े विषयों में मददगार साबित होगा। सिटी यूनियन बैंक के एमडी व सीईओ एन कमाकोडी ने कहा, ”सामान्य तौर पर पूछे जाने वाले सवालों से इतर हमने कोशिश की है कि रोबोट को ऐसा बनाया जाए ताकि वह कोर बैंकिंग से जुड़ी समस्याओं का समाधान कर पाए। जैसे एकाउंट में जमा पैसे या ट्रांजेक्शन हिस्ट्री से जुड़ा सवाल कोई पूछता है तो उसकी स्क्रीन पर सारी जानकारी फ्लैश हो जाएगी।”
उन्होंने यह भी बताया कि लक्ष्मी फिलहाल अंग्रेजी भाषा में ही जवाब देगी। ग्राहकों की सुविधा के लिए बोलचाल की सहज भाषा का इस्तेमाल किया गया है। यह रोबोट है इसलिए लगातार ग्राहकों से सीख रहा है।
ऐसे करेगा काम
बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ एन कमाकोडी के मुताबिक, यह एक पायलट प्रोजेक्ट है। शुरुआत में यह लोगों को बैंकिंग से जुड़े सवालों के जवाब देगा लेकिन बाद में इसे ट्रांजेक्शन से जुड़े बैंकिंग सिस्टम से इनेबल किया जाएगा। फिलहाल यह सवालों के जवाब देने के अलावा ग्राहकों की बैंक डिटेल्स और उनके ट्रांजेक्शन की डिटेल्स भी बताएगा।
आठ लाख की लागत से बना रोबोट लक्ष्मी 3-4 लोगों का काम कर सकता है जिसे बैंक की ऑटोमेशन प्रोसेस से भी इंटिग्रेट किया जाएगा। इस रोबोट को बनाने में 6 महीने का वक्त लगा है और यह 125 से ज्यादा विषयों पर जवाब दे सकता है।