बीजेपी नेता ब्रजपाल तेवतिया पर हमले का मुख्य आरोपी गिरफ्तार
गाजियाबाद। बीजेपी नेता ब्रजपाल तेवतिया पर हुए जानलेवा हमले में एसटीएफ को आज बड़ी सफलता हाथ लगी। एसटीएफ पुलिस ने हमले के मुख्य आरोपी मनीष को मुरादनगर के गंग नहर के पास हुई मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस को उसके पास से एक कार्बाइन भी मिली है। इसी मामले में मनीष के दो साथियों अभिषेक और गौरव को मय पिस्टल पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
तेवतिया पर 11 अगस्त की शाम को गाजियाबाद के मुरादनगर में एके-47 से हमला हुआ था। उन्हें छह गोलियां लगी थीं। जिसके बाद गंभीर हालत में उन्हे नोएडा के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया था ।
केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा, वीके सिंह, राजनाथ सिंह के पुत्र पंकज सिंह भी उनका हालचाल जानने अस्पताल पहुंचे थे। पुलिस ने इसे पुरानी रंजिश का मामला बताया था।
तेवतिया पर हमले के बाद प्रदेश की कानून व्यवस्था की तीखी आलोचना हुई थी। भाजपा और विपक्षी पार्टियों के वरिष्ठ नेताओं ने प्रदेश सरकार और पुलिस को आड़े हाथो लिया था। जिसके बाद मुख्य सचिव और डीजीपी हरकत में आए और आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर लेने का आश्वासन दिया था।
बीजेपी नेता ब्रजपाल तेवतिया पर हुए हमले में हसनपुरिया गैंग पर था शक
उस समय तेवतिया पर हुए हमले के मामले में पुलिस ने बागपत में तैनात महिला कॉन्स्टेबल सुनीता को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी। सुनीता नामी बदमाश राकेश हसनपुरिया की पत्नी है। हसनपुरिया 2003 में पुलिस एनकाउंटर में मारा गया था। पुलिस के मुताबिक, रेकी के बाद वारदात को अंजाम दिया गया।
हमले के कुछ दिन बाद आईजी मेरठ जोन सुजीत पांडेय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पत्रकारों को बताया था कि 1999 में पिता की हत्या का बदला लेने के लिए बेटे ने अपने साथियों के साथ मिलकर तेवतिया को मारने का प्लान बनाया था। प्लानिंग 6 अगस्त से 10 अगस्त के बीच हुई थी।
जानकारी के मुताबिक वर्ष 1999 में राकेश हसनपुरिया का एक साथी सुरेश दीवान, बृजपाल तेवतिया की मुखबिरी की वजह से पुलिस एनकाउंटर में मारा गया था। उसके बाद सुरेश के बेटे मनीष और भतीजे मनोज ने इसका बदला लेने की ठान ली।
उन्होने बताया था कि वारदात को अंजाम देने से पहले तेवतिया के हर मूवमेंट पर राम कुमार और उसके साथी नजर रखे हुए थे और हर पल की जानकारी अपने दूसरे साथियों तक पहुंचा रहे थे।
पुलिस की तरफ से बताया गया कि निशांत, तेवतिया पर गोली चलाने वाले शूटरों में शामिल था और वह उसी कार में मौजूद था जिसे बाद में बरामद कर लिया गया था।