गोरखपुर कांड : बीआरडी कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल राजीव मिश्रा और उनकी पत्नी को पुलिस ने किया गिरफ्तार
गोरखपुर। गोरखपुर के बीआरडी कॉलेज में पिछले दिनों ऑक्सीजन की सप्लाई बंद होने से हुई 70 मासूम बच्चों की मौत के मामले के पूर्व प्रिंसिपल राजीव मिश्रा और उनकी पत्नी पूर्णिमा शुक्ला को पुलिस ने कानपुर से गिरफ्तार कर लिया है। इससे पहले मामले में आरोपी बनाए गए डॉ. कफील खान की तलाश में सोमवार देर रात एसटीएफ और पुलिस की टीम ने उनके घर पर छापेमारी की थी। हालांकि, वे घर से गायब मिले।
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जानकारी के मुताबिक एसटीएफ की टीम दोनों से अलग-अलग जगहों पर पूछताछ कर रही है। गौरतलब है कि आज सुबह ही एसटीएफ और मेडिकल विभाग की टीम ने इस हादसे के आरोप में फंसे डॉ. कफील खान के घर भी छापेमारी करके तलाशी ली। एसटीएफ ने उनके घर से कुछ अहम दस्तावेज भी कब्जे में लिए हैं।
बीआरडी मेडिकल कॉलेज में 10 व 11 अगस्त को अधिक बच्चों की मौत होने के बाद गोरखपुर के जिलाधिकारी को जांच सौंपी गई थी। डीएम की रिपोर्ट में मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य से लेकर कई अन्य जिम्मेदार डॉक्टरों को लापरवाही का तो दोषी माना गया था, लेकिन ऑक्सीजन की कमी की बात सामने नहीं आई थी।
9 लोगों के खिलाफ दर्ज हुआ है केस
बीआरडी मेडिकल कॉलेज में हुई बच्चों की मौत के मामले में मुख्य सचिव की अध्यक्षता में चार सदस्यीय टीम गठित की गई थी। मामले में कई स्तरों पर अधिकारियों की उदासीनता और लापरवाही की बातें सामने आई थीं। उनकी रिपोर्ट के आधार पर कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल राजीव मिश्र, उनकी पत्नी और इंसेफलाइटिस वार्ड के इंचार्ज डॉ. कफील खान समेत 9 लोगों के खिलाफ केस मुकदमा दर्ज हुआ।
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बता दें घटना से एक दिन पहले मुख्यमंत्री बीआरडी मेडिकल कॉलेज गए थे, जबकि अपर मुख्य सचिव अनिता भटनागर जैन सीएम दौरे से एक दिन पहले ही गोरखपुर पहुंच गईं थीं, फिर भी ऑक्सीजन का भुगतान रुका होने की बात सामने नहीं आई।
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