अब बस्ती में भाजपा के चीरहरण पोस्टर से महाभारत
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बस्ती में बीजेपी ने फिर से विवादित पोस्टर लगाया , जिससे प्रदेश की राजनीति एक बार फिर गर्म हो गयी है। यह पोस्टर भाजपा नेता भावेश पाण्डेय और सांसद प्रतिनिधि आशीष शुक्ला द्वारा जारी किया गया है।
बस्ती के सिविल लाइन चौराहे पर लगे इस पोस्टर में उत्तर प्रदेश को एक महिला के रूप में दिखाकर विभिन्न विचारधारा के नेताओं द्वारा चीरहरण करते हुए दिखाया गया है। पोस्टर में नशे में धुत समाजवाद, जातिवाद, कट्टरवाद और तुष्टीकरण ताकतों द्वारा महिला का चीरहरण और यह कहते हुए दिखाया जा रहा है कि यहां सब कुछ सम्भव है। पोस्टर में सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के पूर्व में दिए एक बयान को भी दर्शाया गया है।
बता दें कि एक जुलाई को यहां भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की रैली होनी है। अमित शाह की रैली की तैयारियों के बीच भाजपाइयों ने शहर में पोस्टर बैनर लगवाए हैं । सपा नेता ब्रम्हदेव यादव ने ऐसे पोस्टरों पर कड़ी प्रतिक्रिया जतायी है और इसे महिलाओं का अपमान बताया है। ब्रम्हदेव यादव ने सिविल लाइन पुलिस चौकी में पोस्टर जारी करने वाले भावेश आदि के नाम एफआईआर भी करवाई है। वहीं पोस्टर जारी करने वाले भाजपा नेता भावेश ने बताया कि पोस्टर में कुछ भी विवादित नहीं है। इसमें वही दिखाया गया है जो उत्तर प्रदेश में हो रहा है।
हालांकि विवाद सामने आने पर पुलिस ने सिविल लाइन चौराहे व शहर के अन्य जगहों पर लगे पोस्टर हटवा दिए हैं। सपा नेता ब्रम्हदेव का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी यह पोस्टर लगे हुए हैं।
इससे पहले वाराणसी में बीजेपी के इसी तरह के एक पोस्टर से काफी विवाद हुआ था। यहां पोस्टर में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष केशव मौर्य को भगवान कृष्ण के रूप में दिखाया गया था और अन्य दलों के नेताओं द्वारा यूपी के रूप में दर्शायी गयी महिला का चीरहरण करते हुए दिखाया गया था। इस पोस्टर पर खासा विवाद हुआ था।