बड़े अधिकारी ने तोड़ी आचार संहिता, चिट्ठी लिख दिया सपा को जिताने का निर्देश
बलिया। विधानसभा चुनाव के नजदीक आने से सियासी बवाल भी जोरों पर है। इन सबके बीच ख़ास बात यह है सपा का सुर्खियों में बने रहने का सिलसिला लगातार बना हुआ है। इस बार बलिया जिला विद्यालय निरीक्षक पर समाजवादी पार्टी का प्रचार-प्रसार करने का आरोप लगा है। आरोप की वजह सोशल मीडिया पर वायरल होने वाला एक पत्र है।
दरअसल यह पत्र जिला विद्यालय निरीक्षक रमेश कुमार सिंह ने विद्यालय को भेजा था। पत्र में उन्होंने विद्यालय प्रबंधक और प्रधानाचार्य को स्कूल के जरिए सपा का प्रचार-प्रसार करने का निर्देश दिया। हालांकि अब रमेश सिंह ने इन सभी आरोपों को खारिज करते हुए इसे एक साजिश करार दिया है। आचार संहिता लागू हो जाने के बाद वायरल हुए इस कथित सरकारी पत्र से हड़कम्प मच गया है।
बलिया जिला विद्यालय
इस पत्र में विद्यालय प्रबंधकों और प्रिंसिपल को पेरेंट्स-टीचर मीटिंग कर लोगों से समाजवादी पार्टी को वोट देने की अपील करने की बात लिखी है।
इसमें यह भी साफ लिखा गया है कि अखिलेश सरकार और सूबे के शिक्षा मंत्री ने एजुकेशन की फील्ड में बेहतर काम किया है, सरकार ने लैपटॉप बांट दिया और अब स्मार्टफोन बांटने की तैयारी है।
चिट्ठी में स्टूडेंट्स और उनके परिजनों से मीटिंग कर समाजवादी सरकार के गठन के लिये प्रेरित करने का निर्देश है।
वहीं डीआईओएस रमेश कुमार सिंह ने बचाव करते हुए कहा है कि शिक्षा माफिया ने उन्हें जिले से हटाने की नीयत से फर्जी पत्र उनके नाम और स्कैन हस्ताक्षर से जारी कराया है। उनका कहना है कि पत्र पर उनके सिग्नेचर और डिस्पैच नंबर फर्जी हैं। इसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जा चुकी है। लेकिन एफआईआर की कॉपी दिखाने के सवाल का उनके पास कोई जवाब नहीं है।
उन्होंने अपने बचाव में एक और पत्र भी पेश किया है। यह पत्र डीआईओएस के 30 दिसम्बर 2016 से दो जनवरी 2017 तक की छुट्टी का है जबकि वायरल हुआ लेटर दो जनवरी का है।
फिलहाल यह सपा प्रचार के लिए भेजा गया यह पत्र असली है या फर्जी यह अभी साफ़ नहीं हुआ है। मामले की जांच की जा रही है।