बदल गए चीन के सुर भारत को कहा भाई, डोकलाम विवाद पर भी करना चाहता है…

नई दिल्ली। भारत में मौजूद चीनी राजदूत लुओ झाओहुई ने बुधवार को कहा कि राष्ट्रपति शी जिनपिंग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच अच्छी केमिस्ट्री है। वह दोनों नेताओं की पिछले साल वुहान में हुई अनौपचारिक बैठक से काफी खुश हैं। बताते चलें कि लुओ जल्द ही बीजिंग लौटेंगे।

लुओ ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी और चीनी राष्ट्रपति पिछले पांच वर्षों में 17 बार मिले हैं। पीएम मोदी ने चीन की आधिकारिक यात्राओं और चीनी राष्ट्रपति ने भारत यात्रा का भुगतान किया। प्रधानमंत्री मोदी पिछले अप्रैल में चीनी राष्ट्रपति के गृह नगर जियान और वुहान गए थे। उनके बावजूद व्यस्त कार्यक्रम, दोनों नेताओं ने एक साथ अपना समय बिताया और यह वास्तव में मुझे छू गया।

इसके साथ ही उन्होंने भारत और चीन के बीच जून 2017 में हुए डोकलाम विवाद पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, दो महान पड़ोसी देशों के बीच कुछ गलत हो रहा है। यह स्वाभाविक है। ठीक जिस तरह एक छत के नीचे रहने वाले एक ही परिवार के दो भाईयों के बीच विवाद हो जाता है। यह स्वाभाविक है।

लुओ ने आगे कहा, ‘यदि आप पिछले 2000 सालों के परिवार का आदान-प्रदान देखेंगे तो कुछ छोटी-मोटी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है और कुछ नहीं। यह कुछ नहीं है और हमें इस मसले को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। हमने साथ किया और मुद्दे को सुलझाया जिससे यह सुनिश्चित हो गया कि द्विपक्षीय संबंध दोबारा सामान्य पटरी पर लौट आए हैं।’

पासवान बोले-विपक्ष हारा हुआ है, VVPAT पर हताशा उनकी हार का संकेत

चीनी राजदूत ने उम्मीद जताई है कि लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद भी दोनों देशों के बीच दोस्ती वाले रिश्ते बने रहेंगे। उन्होंने कहा, ‘पिछले महीने एससीओ बैठक होगी और इसके बाद जी-20 समिट होना है। नेता इस कांफ्रेंस में मुलाकात करेंगे और इसलिए यह एक रिवाज बन गया है।’

LIVE TV