
लोकसभा चुनाव से पहले मोदी सरकार ने अपना अंतरिम बजट पेश कर दिया है. बजट में वित्तमंत्री पीयूष गोयल ने जिस तरह की योजनाओं को हरी झंडी दिखाई है उससे साफ है कि आने वाले वक्त में बंपर नौकरी निकलने वाली हैं.
मोदी सरकार ने रोजगार बढ़ाने के लिए आठ और बैंक को पीएसीए से बाहर करने का इशारा किया है. मोदी सरकार के इस फैसले से बैंक अपनी शाखाओं को बढ़ा सकेंगे. बैंक की शाखाओं के खोले जाने से बंपर नौकरी आएगी और बेरोजगारों को नौकरी मिल सकेगी.
वित्तमंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि आरबीआई (रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया) ने बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ महाराष्ट्र और OBC (ऑरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स) को पीएसीए (प्रॉम्प्ट करेक्टिव ऐक्शन) से पहले ही बाहर कर रखा है और अब हम आठ और बैंक को इससे बाहर कर देंगे.
इसका फायदा सीधे तौर पर रोजगार को बढ़ाने में मिलेगा. आपको बता दें कि इन सरकारी बैंकों को आरबीआई ने प्रॉम्प्ट करेक्टिव ऐक्शन (PCA) के दायरे में ला दिया था. पीएसीए में शामिल बैंकों की हालत जब तक नहीं सुधरती, तब तक ये कोई बड़ा नया कर्ज नहीं दे सकते हैं.
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अब इन बैंकों के पीसीए से बाहर होने पर ग्राहकों पर भले हीकोई असर असर नहीं होगा. ये बैंक अपनी शाखाओं का विस्तार कर पाएंगे. साथ ही, नई भर्तियां भी शुरू हो जाएंगी. लिहाजा रोज़गार के नए अवसर मिलेंगे. किसी बैंक के पीसीए में रखे जाने पर उसके ग्राहकों को फिक्र करने की जरूरत नहीं होती, क्योंकि आरबीआई ने ‘बासेल मानकों’ के अनुरूप बैंकों की वित्तीय सेहत दुरुस्त रखने के लिए पीसीए फ्रेमवर्क बनाया है, ताकि बैंक अपनी पूंजी का सदुपयोग कर सकें और जोखिम का सामना करने को तैयार रहें.