बच्चों में अवसाद घटाने में मददगार होती है संगीत चिकित्सा
लंदन। संगीत चिकित्सा से किशोरों और बच्चों में अवसाद एवं भावात्मक समस्याओं में कमी लाई जा सकती है। यह जानकारी एक अध्ययन में सामने आई है।
शोधकर्ताओं ने 251 बच्चों एवं किशोरों को अध्ययन में शामिल किया। इनकी उम्र आठ से 16 वर्ष के बीच थी। इनका संगीत उपचार किया गया। जिन बच्चों को संगीत चिकित्सा दी गई, उनके आत्मविश्वास में काफी वृद्धि हुई और उनकी उदासी काफी कम हुई। जिनका इलाज बगैर संगीत चिकित्सा के किया गया, उनमें इतना अच्छा परिणाम नहीं आया।
यह अध्ययन रपट चाइल्ड साइकोलॉजी एंड साइकेट्री में प्रकाशित हुई है। इसमें पाया गया है कि 13 साल से अधिक उम्र के जिन किशोरों को संगीत चिकित्सा दी गई, उनके अभिव्यक्ति कौशल में काफी सुधार हुआ। खासकर उनकी तुलना में, जिन्हें सामान्य चिकित्सा मुहैया कराई गई और अकेले रहे। संगीत चिकित्सा से सभी आयुवर्ग के समूहों की सामाजिकता में भी सुधार हुआ।
अध्ययन में शामिल बच्चों को दो समूहों में बांटा गया था। 128 को सामान्य चिकित्सा के विकल्प के तहत रखा गया था, जबकि 123 को सामान्य संगीत चिकित्सा के साथ संगीत चिकित्सा भी दी गई थी। इन सभी का भावात्मक, विकासात्मक या व्यवहार संबंधी समस्याओं का इलाज किया जा रहा था।
ब्रिटेन के बोर्नमाउथ विश्वविद्यालय के प्रोफेसर सैम पोर्टर ने कहा, “यह अध्ययन बच्चों और किशोरों के व्यवहार संबंधी और मानसिक स्वास्थ्य की जरूरतों संबंधी प्रभावी इलाज का तरीका तय करने के बारे में बहुत महत्वपूर्ण है।”
स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने वालों को जब वे बच्चों और किशोरों का इलाज कर रहे होते हैं, तब उन्हें हमारी रपट के निष्कर्षो पर विचार करना चाहिए कि वे किस तरह से उनकी सहायता करना चाहते हैं।
एवरीडे हार्मोनी की मुख्य कार्यकारी अधिकारी सिएरा रिली ने कहा, “संगीत चिकित्सा का अक्सर बच्चों और किशोरों पर खास मानसिक स्वास्थ्य की जरूरतों के हिसाब से इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन यह पहला अवसर है, जब एक चिकित्सा व्यवस्था के तहत इसके इलाज के लिए इसके प्रभाव को दिखाया गया है।”