फोटो देखने से बच्चों के सीखने की क्षमता होती है कम

बच्चों को पढ़ने के लिएआम तौर पर माना जाता है कि किताबों में तस्वीरें बच्चों को पढ़ने के लिए आकर्षित करती हैं, लेकिन एक ताजा अध्ययन के अनुसार एक पृष्ठ में एक से अधिक तस्वीरें होने पर छोटे बच्चे कम अक्षर ही सीख पाते हैं। शोध-पत्रिका ‘इनफैंट्स एंड चाइल्ड डेवलपमेंट’ के ताजा अंक में प्रकाशित इस अध्ययन में छोटे बच्चों की शिक्षा से संबंधित चुनौतियों से निपटने के लिए माता-पिता और शिक्षकों के लिए कुछ सरल से उपाय बताए गए हैं, जो छोटे बच्चों के लिए पाठ्यक्रम तैयार करने में मददगार साबित हो सकता है।

अध्ययन की सह-लेखिका और ब्रिटेन के ससेक्स विश्वविद्यालय में प्राध्यापिका जो फ्लैक का कहना है, “भाग्य से, बच्चे कहानियां सुनना पसंद करते हैं और बड़े कहानियां पढ़कर बच्चों को सुनाना पसंद करते हैं। लेकिन ऐसे बच्चे जो खुद से कहानियां नहीं पढ़ सकते, उन्हें समझ ही नहीं आता कि वे किताब में कहां देखें, क्योंकि वे अक्षरों, शब्दों और वाक्यों की पहचान ही नहीं कर पाते।”

वह कहती हैं, “इसका बच्चों द्वारा नई कहानियों से अक्षरों के सीखने पर बड़ा ही नाटकीय प्रभाव पड़ता है।”

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शोधकर्ताओं ने तीन साल तक के बच्चों को किताबों से कहानियां पढ़कर सुनाईं और बच्चों को ऐसी किताबें दीं जिनमें एक किताब में एक पृष्ठ पर एक तस्वीर और दूसरी किताब में एक पृष्ठ पर दो तस्वीरें थीं।

शोधकर्ताओं ने पाया कि एक पृष्ठ पर एक तस्वीर वाली किताबों से पढ़ने वाले बच्चों ने एक पृष्ठ पर दो तस्वीर वाली किताबों से पढ़ने वाले बच्चों की तुलना में दोगुने अक्षर सीखे।

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शोधकर्ताओं ने अगले प्रयोग में बच्चों को ऐसी किताबें दीं, जिसमें वस्तुओं के नाम से संबंधित तस्वीर की ओर इशारा किया गया था। उन्होंने पाया कि यह बच्चों को नए अक्षरों को सीखने में प्रभावी रहा।

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