बिग बॉस से निकलने के बाद माहिरा शर्मा एक नए विवाद को लेकर सुर्खियों में आ गईं हैं. कुछ दिन पहले उनपर ‘दादासाहब फालके इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल’ का फ़ेक अवॉर्ड दिखाने को लेकर आरोप लगाया गया था. माहिरा ने दावा किया था कि उन्हें मोस्ट फैशनेबल कंटेस्टेंट का अवॉर्ड मिला है जिसे दादासाहब फालके अवॉर्ड की टीम ने झूठा बताया था. इसके बाद माहिरा ने इसपर अपनी सफ़ाई दी थी और अब एक नई बात सामने आई है.
इस अवॉर्ड की टीम उस शख्स के खिलाफ कानूनी कदम उठा सकती है जिसने माहिरा को ईमेल भेजा था। इस शख्स का नाम प्रेमल मेहता है। दरअसल, माहिरा शर्मा ने जैसे ही सोशल मीडिया पर अपने अवॉर्ड जीतने की जानकारी दी थी उसके बाद से विवाद शुरू हो गया था।
माहिरा के इस दावे के बाद दादासाहब फालके अवॉर्ड की टीम ने उनके इस दावे को झूठा बताया था। माहिरा के इस दावे पर DPIFF (Dadasaheb Phalke International Film Festival) की ऑफिशियल टीम ने कहा था कि किसी भी टीम मेंबर ने माहिरा को यह सर्टिफिकेट नहीं दिया है। माहिरा ने नकली सर्टिफिकेट बनाया है। माहिरा की इस हरकत को गलत बताते हुए टीम ने उनके खिलाफ एक इंटीमेशन लेटर जारी किया था।
टीम ने इस तरह की गलत पीआर एक्टिविटीज करने के लिए दो दिनों के अंदर माहिरा से सार्वजनिक तौर पर माफी मांगने को कहा था। टीम ने यह भी चेतावनी दी थी कि अगर वे ऐसा नहीं करती हैं तो उनपर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। जिसके बाद माहिरा ने इस मामले पर बयान जारी किया था।
माहिरा ने अपने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर कर बाताया कि दादासाहब फालके टीम के प्रमल मेहता की ओर से उनके पास मेल आया था। इस मेल के जरिए उन्होंने मुझे बिग बॉस की मोस्ट फैशनेबल का कंटेस्टेंट का अवॉर्ड देने की जानकारी दी थी। इसके बाद मेरे मैनेजर ने ये अवॉर्ड रिसीव किया। उस वक्त मैंने अपनी मीडिया बाइट भी दी थी। फिर मैंने इंस्टाग्राम स्टोरी पर अवॉर्ड की तस्वीर लगाई थी। इसलिए मेरे ऊपर लगे आरोप झूठे हैं।