फर्जी राज्यमंत्री बनकर की करोड़ों की ठगी, अब जेल में पीसेगा चक्की

फर्जी राज्यमंत्री अभिषेक निगमलखनऊ| झूठी शान-ओ-शौक़त बनाकर लोगों को झांसा देने वाला अभिषेक निगम शनिवार को क़ानून के फंदे मे फंस गया. कमांडो की वर्दी में छह निजी गनर और लालबत्ती की गाड़ियों का काफिला लेकर चलने वाले  फर्जी राज्यमंत्री अभिषेक निगम को हजरतगंज पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया।

अभिषेक निगम कभी मंत्री के पीआरओ तो कभी मंत्री या सचिवालय का अफसर बनकर तमाम व्यापारियों और उद्योगपतियों को ठग चुका है. ये खुद को नीटू यादव का करीबी बताता है.

अभिषेक का शिकार बने दिल्ली के दो उद्योगपतियों ने जब इस बारे में केस दर्ज कराया तो पुलिस हरकत में आई और अभिषेक को दबोच लिया.

अलग-अलग थानों में अभिषेक के खिलाफ जालसाजी के कुल छह मुकदमे पहले से चल रहे हैं. लेकिन, अभिषेक के रसूख के चलते पुलिस इन मामलों में बेबस ही नजर आई है. पुलिस ने अभी तक पांच मुकदमों में बगैर गिरफ्तारी के चार्जशीट पेश की है तो एक में फाइनल रिपोर्ट भी लगा चुकी है.

फर्जी राज्यमंत्री अभिषेक निगम की दोने-पत्तल की दुकान है.

अपने बड़े-बड़े ख़्वाब को पूरा करने के चक्कर में तमाम लोगों की मेहनत की कमाई को धोखे से उड़ा देने वाला फर्जी राज्यमंत्री अभिषेक की अमीनाबाद के गड़बड़ झाला में दोना-पत्तल की दुकान है.

इससे पहले भी अभिषेक ने खुद को चिकित्सा-स्वास्थ्य मंत्री का पीआरओ बताकर दिल्ली की एक हर्बल उत्पाद बनाने वाली कंपनी को प्रदेश सरकार के अनेक विभागों में फिनायल व फ्लोर क्लीनर के पांच करोड़ के सप्लाई आर्डर दिलाने के नाम पर ठगी का शिकार बनाया था.

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