प्रशासनिक अफसरों ने अपनी देखरेख में कई केंद्रों पर खाद का कराया वितरण, फिर भी सभी को नहीं मिली खाद

खाद की समस्या लगातार गंभीर हो रही हैं। रविवार को प्रशासनिक अफसरों ने अपनी देखरेख में कई केंद्रों पर खाद का वितरण कराया। वहीं, कुछ जगह खाद नहीं मिलने पर किसान खाली हाथ लौटे। रविवार को इफको सेवा केंद्र बंद होने के बावजूद काफी किसान खाद लेने यहां पहुंचे।

कोरोना काल में खाद की चिंता में किसान शारीरिक दूरी और मास्क का भी ध्यान नहीं रख रहे हैं। इसको लेकर किसानों और पुलिस के बीच नोकझोंक भी होती हैं। सिचाई विभाग के पास वर्तमान में 1942 मीट्रिक टन खाद उपलब्ध हैं। लेकिन प्रशासन के सामने वितरण की समस्या है। ई-पॉश से एक दिन में तीन से साढ़े तीन सौ किसानों को खाद का वितरण किया जा सकता हैं, लेकिन किसानों की संख्या अधिक होने से वितरण की समस्या खड़ी हो रहती। कर्मचारियों को तेजी से वितरण को निर्देशित किया है। इससे अधिक से अधिक किसानों को खाद मिल सके। टेंपो चालक ले जा चुका दौ सौ अधिक खाद के बैग

गांव बावट निवासी टेंपा चालक के पास जमीन नहीं हैं। लेकिन, गांव के लोग उसे अपना आधार कार्ड देकर खाद के बैग मंगा लेते हैं। वह अपने आधार कार्ड से भी खाद ले लेता हैं। इस तरह से वह दौ सौ से अधिक बैग ले जा चुका हैं। सिचाई अधिकारियों ने इसकी जांच की तो जानकारी हुई। एसडीएम की देखरेख में बंटी खाद

संस,बिसौली : मंडी समिति स्थित इफको सेंटर पर रविवार को खाद वितरण की व्यवस्था सही रही। पुलिस ने बेरीकेडिंग कराई। एसडीएम सीपी सरोज ने अपनी देख रेख में खाद वितरण कराया। इधर, हाईवे पर स्थित साधन सहकारी समिति पर किसानों की लंबी-लंबी लाइन लगी रहीं। शारीरिक दूरी और मास्क का ख्याल नहीं रखा। समितियों और दुकानों से खाद गायब

संस, बिल्सी: कस्बा में सहकारी समितियों और प्राइवेट दुकानों पर खाद उपलब्ध नहीं हैं। किसान की फसल बर्बाद हो रही हैं। जिससे वह खाद के लिए भटक रहा हैं, लेकिन प्रशासन ने खाद वितरण के लिए कोई इंतजाम नहीं कराए हैं। कनेक्विटी न मिलने से हुई दिक्कत

ससूं, उघैती: कस्बा में सरैरा समिति और प्राइवेट दुकानों पर खाद का वितरण हुआ। यहां 600 बैग वितरण को भेजे गए। यहां छोटे किसान लाइन में खड़े रहे। बड़े किसान यूरिया लेकर चले गए। ई-पॉश में कनेक्टिविटी नहीं आने से काफी किसान बिना खाद लिए वापस लौटे। पुलिस ने भीड़ को किया नियंत्रित

संसू, नाधा : दानपुर के साधन सहकारी समिति केंद्र पर रविवार सुबह पांच बजे से किसानों की लाइन लगी। प्रशासन ने यूरिया वितरण के लिए किसी अधिकारी की ड्यूटी नहीं लगाई गई। करीब चार घंटे बाद चौकी प्रभारी सोमवीर सिंह मौके पर पहुंचे और भीड़ को नियंत्रित किया। ———–

किसानों से बाचतीत

फोटो: 23 बीडीएन: 7

इफको सेवा केंद्र पर खुलने की उम्मीद में आए। इससे खाद मिल जाए। फसल खराब हो रही है, इसलिए खाद के लिए रोजाना चक्कर लगा रहा हूं।

राकेश

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कई दिनों से चक्कर लगा रहे है। भीड़ की वजह से खाद नहीं मिल पा रही हैं। कुछ लोगों को आते ही लाइन में लगने पर खाद दे दी जाती है।

अवनीश

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पांच दिनों से खाद को चक्कर काट रहा हूं। कई बार लाइन में आगे पहुंच गया, लेकिन धक्का-मुक्की में पीछे पहुंच गया। खाद नहीं मिल पा रही है।

पेशकार

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प्रशासन ने खाद बांटने को सही इंतजाम नहीं किए हैं। इससे खाद के लिए भटकना पड़ रहा है, यही हाल रहा तो फसल बर्बाद हो जाएगी।

महेंद्र सिंह

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वर्जन: खाद पर्याप्ता मात्रा में उपलब्ध हैं। ई-पॉश से खाद वितरण धीमी गति से हो पाता हैं। कम भीड़ वाले स्थानों पर किसानों को भेजने के प्रयास हैं। इससे सभी को खाद मिल जाए।

विनोद कुमार, जिला सिचाई अधिकारी

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