मुख्य इलाहाबाद स्टेशन अब प्रयागराज जंक्शन, सोलह महीने बाद बदला रेलवे स्टेशन का नाम

 

 प्रयागराज। योगी राज में उत्तर प्रदेश में शुरू की गई “नाम बदलों” मुहिम लगातार परवान चढ़ती जा रही है… इलाहाबाद समेत कई जिलों और मुग़लसरांय रेलवे स्टेशन नाम बदलने के बाद सरकारी सुई इलाहाबाद वापस लौट आई है… अक्टूबर- 2018 में कुंभ मेले से ठीक पहले इलाहाबाद जिले का नाम बदलकर प्रयागराज कर दिया गया था….

प्रयागराज जंक्शन

उस वक्त इस पर खूब सियासत हुई थी… सवाल उठाए गए थे कि नाम बदलने से यहाँ के लोगों को क्या मिलेगा, लेकिन कुंभ के नाम पर बही विकास की गंगा ने सिर्फ शहर की सूरत बदल दी थी, बल्कि आलोचकों को मुंह बंद रखने पर मजबूर कर दिया था…. उस वक्त सरकार की तरफ से यह दलील दी गई थी कि नाम बदलने के पीछे का मकसद पौराणिक महत्व के इस धार्मिक शहर को उसका पुराना नाम और गौरव वापस दिलाना है… हालांकि विपक्षी इसे सियासी चश्मे से देखकर सरकार पर निशाना साध रहे थे….

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नाम बदलने का विवाद आज भी सुप्रीम कोर्ट में पेंडिंग है…. शासन की तरफ से जारी हुए ताजा आदेश के मुताबिक़ इलाहाबाद रेलवे स्टेशन अब प्रयागराज जंक्शन के नाम से जाना जाएगा…. इलाहाबाद के साथ ही शहर के तीन अन्य रेलवे स्टेशनों का भी नाम बदला जा रहा है…. इसके तहत इलाहाबाद सिटी को अब प्रयागराज रामबाग, छिंवकी को प्रयागराज छिंवकी और प्रयागघाट रेलवे स्टेशन को प्रयागराज संगम किया जाएगा…. इलाहाबाद रेलवे स्टेशन का कोड अब ALD से बदलकर PYRG कर दिया गया है…

 

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