प्रधानमंत्री मोदी बोले पहले किसी ने ये काम नहीं किया, मैं भाग्यशाली हूं

प्रधानमंत्री नवसारीप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 हजार से अधिक दिव्यांगों के बीच अपना 66वां जन्मदिवस मनाते हुए देश से पूछा कि क्या उनके पहले किसी प्रधानमंत्री कभी इस तरह से अपना जन्मदिन मनाया था? प्रधानमंत्री का जन्मदिवस समारोह दक्षिण गुजरात के इस शहर में मनाया जा रहा है। यहां एक साथ तीन विश्व रिकॉड बनें हैं। इनमें पहला एक जगह पर सर्वाधिक संख्या में लोग सुनने का यंत्र पहन कर जुटने का है, दूसरा सर्वाधिक संख्या में विभिन्न तरह के विकलांगों को साजो-सामान देने का व तीसरा ह्वील चेयर के जरिए ‘लोगो’ बनाए जाने का है।

मोदी ने वहां जुटे जन समूह से गुजराती में कहा, “मैं भाग्यशाली हूं कि यह दिन इतने सारे दिव्यांगों के साथ मना रहा हूं। क्या किसी प्रधानमंत्री ने कभी ऐसा किया है?”

उन्होंने कहा कि इससे पहले की सरकार ने दिव्यांगों के लिए केवल 57 शिविर आयोजित किए थे, जबकि हमने दो साल में ही 4000 आयोजित कर चुके हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि असमर्थता को लेकर दिव्यांगों पर तरस का भाव न रखें। उनका भी आत्म सम्मान है। उन्होंने घोषणा की कि सभी क्षेत्रों के लिए एक समान संकेत की भाषा होगी।

उन्होंने कहा कि जैसे यहां के लोग तमिल नहीं समझते। उसी तरह से अलग-अलग क्षेत्रों के लिए संकेत की भाषा भी अलग-अलग है। हमलोगों के सबके लिए एक संकेत भाषा का कार्यक्रम शुरू किया है। इसलिए यह सबके लिए समान होगी।

इस अवसर पर करीब 11 हजार 232 विकलांगों को ह्वीलचेयर, तिपहिया, स्मार्ट स्टिक, स्मार्ट फोन, विशेष सॉफ्टवेयर युक्त लैपटॉप दिया गया।

 

 

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