
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 दिसंबर को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शांतिनिकेतन में विश्वभारती यूनिवर्सिटी के शताब्दी समारोह को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी इस कार्यक्रम में कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 11 बजे से संबोधित करेंगे। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल और केंद्रीय शिक्षा मंत्री भी इस कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी
1921 में रखी गई थी विश्वभारती की नींव
शांति निकेतन में विश्वभारती विश्वविद्यालय की शुरुआत एक आश्रम के तौर पर गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर के पिता महर्षि देवेंद्रनाथ टैगोर ने 1863 में 7 एकड़ जमीन पर एक आश्रम के तौर पर की थी। जहां बाद में रवींद्रनाथ टैगोर ने इसे विश्वविद्यालय को स्थापित किया और इसे विज्ञान के साथ कला और संस्कृति की पढ़ाई का उत्कृष्ट केंद्र बनाया। वर्ष 1901 में केवल 5 छात्रों के साथ गुरुदेव रबींद्रनाथ टैगोर ने इसकी शुरुआत की थी। 1921 में इसे राष्ट्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा मिला और वर्तमान में यहां छह हजार से भी ज्यादा विद्यार्थी अध्ययन करते हैं। विश्व भारती देश की सबसे पुरानी केंद्रीय यूनिवर्सिटी है। मई 1951 में संसद के एक अधिनियम द्वारा विश्व-भारती को एक केंद्रीय विश्वविद्यालय और राष्ट्रीय महत्व का एक संस्थान घोषित किया गया था।
केंद्र सरकार द्वारा वित्त पोषित इस विश्वविद्यालय से 10 उप-संस्थान भी संबद्ध हैं जो उच्च शिक्षा में उत्कृष्टता के लिए प्रसिद्ध हैं। विश्वविद्यालय स्नातक, स्नातकोत्तर और डॉक्टरेट स्तर के पाठ्यक्रमों का संचालन करता है। यहां के पुस्तकालय में दुनियाभर की किताबों मौजूद हैं। यह विश्वविद्यालय अपने शांत और प्राकृतिक वातावरण के लिए भी जाना जाता है। यहां आने वाले लोग यहां के खान-पान के भी मुरीद हैं। यहां की प्राकृतिक छटा मनमोहक है और यह विश्वविद्यालय दुनियाभर के पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र भी है।