पैसों के लालच में चुराया पड़ोसी का बच्चा, लॉकडाउन के चलते आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे आरोपी

दिल्ली पुलिस ने चार महिलाओं समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि इन लोगों ने तीन साल के बच्चे को अगवा किया और अब ये उसे बेचने की फिराक में थे।

उत्तरी जिले के डीसीपी एन्टो अल्फोंसे के मुताबिक- इसी साल 22 मई को तिमारपुर में रहने वाले रवि नाम के शख्स ने शिकायत दी थी कि उनका 3 साल का बेटा घर से गायब है और शक है कि उसे किसी ने अगवा कर लिया है। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को देखा और पड़ोसियों से पूछताछ की। पुलिस को पड़ोस में रहने वाली महिला सुनीता पर शक हुआ। इसी बीच पुलिस को 13 जुलाई को जानकारी मिली कि जहांगीरपुरी में दो महिलाएं तीन साल के बच्चे को फेंकने की फिराक में हैं। पुलिस ने छापा मारकर बच्चा बेचने वाली राजरानी और उसकी बेटी अनुज रानी को गिरफ्तार कर लिया। बच्चा भी बरामद कर लिया गया है। दोनों ने पूछताछ में बताया कि उन्हें जहांगीरपुरी में रहने वाली सीमा नाम की महिला ने ये बच्चा दिया है। पुलिस ने सीमा को भी गिरफ्तार कर लिया है।

सीमा ने बताया कि उसे मुकंदपुर के रहने वाले सर्वेश नाम के शख्स ने ये बच्चा दिया था। पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार कर लिया। सर्वेश ने बताया कि ये बच्चा सुनीता ने अगवा किया, जो बच्चे के पड़ोस में रहती है। सर्वेश ने सुनीता से कहा था कि बच्चा बेचने के बाद उसे 70 हज़ार रुपये देगा। बाकी आरोपियों को भी बच्चा बिकने पर अच्छा कमीशन देने की बात कही गयी थी। आरोपी अच्छे ग्राहक के इंतज़ार में थे। पुलिस के मुताबिक- लॉकडाउन के चलते आरोपी आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे इसलिए उन्होंने ये वारदात की। इनका कोई पुराना आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है।

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