पीरियड्स में होने वाले दर्द को न समझे सामान्य, हो सकती है गंभीर समस्या

एक औरत होने के नाते हर महीने पीरियड्स में होने वाले दर्द हमारे लिए कोई नई बात नहीं है, क्योंकि हम सभी पीरियड्स के बारे में अच्छी तरह जानते हैं। लेकिन क्या आप जानती हैं कि दर्द होने के अन्य कई कारण भी हो सकते हैं? इसलिए कहते है अगर पीरियड्स में आपको हद से ज्यादा दर्द होता है तो उसे सामान्य समझकर नजरअंदाज न करें। बल्कि आपको इसके लिए तुरंत गायनेकोलॉजिस्ट से संपर्क करने की जरुरत है। अगर पीरियड्स में असहनीय पीड़ा से हर महीने गुजरती हैं तो आपको गायनेकोलॉजिस्ट से तीन बेहद महत्वपूर्ण विषय पर बात करने की आवश्यकता है।
पीरियड्स में होने वाले दर्द को न समझे सामान्य, हो सकती है गंभीर समस्या

लगभग 10 फीसदी महिलाएं इस परेशानी से गुजरती हैं। इनमें से एक-तिहाई महिलाओं को प्रेग्नेंट होने में परेशानी होती है। डॉक्टर्स कहते हैं कि इसकी पहचान होने से पहले महिला करीब 7 से 11 साल तक बेहद दर्दनाक पीरियड्स झेलती है।

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एंडोमेट्रिओसिस के दौरान, गर्भाशय की अंदरूनी लाइनिंग गर्भाशय के बाहर तक बढ़ जाती है। हर पीरियड्स के दौरान ये बढ़ता जाता है और काफी ब्लीडिंग भी होती है। अधिक ब्लीडिंग की वजह से आपके पेल्विक एरिया में काफी नुकसान होता है। इससे बांझपन का भी खतरा होता है।

पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज

पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज स्त्री जननांगों में होने वाला एक प्रकार का इंफेक्शन है। यह क्लेमाइटडिया या गोनोरिआ जैसी सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज की सबसे गंभीर स्थिति है। इस बीमारी के कुछ अधिक लक्षण नहीं होते, लेकिन अगर सेक्स के दौरान दर्द होता है, पीरियड्स काफी दिन तक होते हैं या समय से पहले पीरियड्स होते हैं तो आपको तुरंत डॉक्टर से मिलने की जरूरत है।

यूटराइन फाइब्रॉइड्स

लगभग 75 फीसदी महिलाओं को उनके जीवन में कभी न कभी यूटराइन फाइब्रॉइड्स का सामना करना पड़ता है। यूटराइन फाइब्रॉइड्स गर्भाशय में बनने वाले ट्यूमर्स होते हैं। ये कैंसर नहीं होता बल्कि, जब ये यूटरस की लाइनिंग को छूते हैं, तो बेहद दर्द होता है। तो अगर आपके पीरियड्स काफी लंबे चलते हैं, काफी ब्लीडिंग होती है या फिर बहुत दर्द होता है, तो अल्ट्रासाउंड कराएं। आपके यूटरस में फाइब्रॉइड हो सकता है।

दर्द भरे पीरियड्स के दूसरे कारण

ज्यादा नमक खाना बंद कर दें। डॉक्टर्स का कहना है कि पीरियड्स के पहले ही नमक कम खाना, ज्यादा पानी पीना और व्यायाम करना जरूरी है। इसका मतलब ये नहीं कि हर लड़की को नमक खाना कम कर देना चाहिए।

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पीरियड्स से एक हफ्ते पहले एक महिला का शरीर में प्रोजेस्ट्रॉन और कॉर्टिसोल जैसी चीजों का लेवल बढ़ जाता है और ये दोनों मिलकर आपके हार्मोन्स में असंतुलन पैदा करते हैं। इसे व्यायाम के द्वारा काबू में किया जा सकता है क्योंकि व्यायाम करने से आप अच्छा महसूस करेंगी। पीरियड्स के दौरान चलना या व्यायाम करना आपको सबसे मुश्किल काम लग सकता है, पर डॉक्टर्स का मानना है कि यह आपके दर्द को कम कर सकता है।

खराब डाइट से आपके फ्लो पर भी असर पड़ता है. तो बेहतर होगा कि हेल्दी खाना खाएं, जिससे आपको ओमेगा-3 और कैल्शियम मिलता रहे। आपके पीरियड्स का आधा दर्द ऐसे ही खत्म हो जाएगा।

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