पीएम मोदी ने बहादुर शाह जफर की मजार पर चढ़ाए फूल, कालीबाड़ी मंदिर के दर्शन भी किए
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की म्यांमार यात्रा का गुरुवार को आखिरी दिन है। पीएम सुबह को बादशाह बहादुर शाह जफर की मजार पर गए। पीएम ने मजार पर फूल भी चढ़ाए और इत्र भी छिड़का। इससे पहले वे कालीबाड़ी मंदिर पहुंचे। वहां पर पूजा भी की। मोदी ने यांगून के श्वेदागोन पगोडा का दौरा किया। मजार का दौरा करने के बाद पीएम मोदी दिल्ली रवाना हो गए हैं।
बता दें कि म्यांमार की यात्रा करने वाले ज्यादातर लोग, खासतौर पर भारतीय, मुस्लिम और राजघरानों में रुचि रखने वाले लोग बहादुर शाह जफर की दरगाह जरूर जाते हैं। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी 2012 में बहादुर शाह जफर की दरगाह पर गए थे।
आखिरी मुगल बादशाह बहादुर शाह जफर की मौत 1862 में बर्मा (अब म्यांमार) की तत्कालीन राजधानी रंगून (अब यांगून) की एक जेल में हुई थी, लेकिन उनकी दरगाह 132 साल बाद 1994 में बनी। इस दरगाह की एक-एक ईंट में आखिरी बादशाह की जिंदगी के इतिहास की महक आती है।
Prime Minister Narendra Modi offers prayers at Kali Bari Temple in Yangon #Myanmar pic.twitter.com/VunI8evloU
— ANI (@ANI) September 7, 2017
Prime Minister Narendra Modi visits Shwedagon Pagoda in Yangon, Myanmar pic.twitter.com/KI7pqUAaV5
— ANI (@ANI) September 7, 2017
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इस दरगाह में महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग प्रार्थना करने की जगह बनी है। ब्रिटिश शासन में दिल्ली की गद्दी पर बैठे बहादुर शाह जफर नाममात्र के बादशाह थे। बहादुर शाह जफर को हालांकि एक बादशाह के तौर पर कम और कवि एवं गजल लेखक के तौर पर ज्यादा जाना जाता है। उनकी कितनी ही नज्मों पर बाद में फिल्मी गाने बने। उनकी दरगाह दुनिया की मशहूर और एतिहासिक दरगाहों में गिनी जाती है।
इससे पहले बुधवार को पीएम मोदी ने म्यांमार में रह रहे भारतीय मूल के लोगों को संबोधित किया। मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि यही नहीं उन्होंने वहां प्रवासी भारतीयों को विश्वास दिलाया कि भले ही वह विदेश में रह रहे हों, लेकिन उनकी मदद के लिए भारत हमेशा तैयार है। साथ ही उन्होंने उनके साथ न्यू इंडिया का विजन भी साझा किया।