मोदी की दोस्ती तो देख ली अब दुश्मनी देखो
नई दिल्ली। एक समय ऐसा था जब भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिना किसी पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के बावजूद भी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को जन्मदिन की बधाई देने के लिए पाकिस्तान पहुंच गए थे। लेकिन कश्मीर में चल रहे बवाल के बाद पाकिस्तान के रुख को देखते हुए अब पीएम मोदी ने ऐलान कर दिया है कि दोस्ती तो खूब देख ली अब जरा दुश्मनी भी देख लो।
पीएम मोदी के ऐलान
15 अगस्त पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिए गए भाषण से कुछ ऐसा ही लग रहा है। लालकिले की प्राचीर से मोदी ने पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया है साथ ही बलूचिस्तान को मदद का भरोसा भी। इससे पहले भी पीएम मोदी ने कश्मीर को लेकर अपना रुख साफ करते हुए कहा था कि कश्मीर पर अब पाकिस्तान से कोई बात नहीं होगी अगर उनको कोई बात करनी है तो पीओके यानि पाक अधिकृत कश्मीर पर करें, क्योंकि पीओके भारत का अभिन्न हिस्सा है।
पीएम मोदी ने बिना नाम लिए ही आतंकवाद को शह देने के लिए पाकिस्तान को आड़े हाथों लिया। साथ ही बलूचिस्तान और पीओके के लोगों ने जिस तरह से उनकी ओर उम्मीद भरी नजरों से देखा है उसके लिए उनका अभिनंदन भी किया था।
आपको बता दें कि देश में आतंकवादियों को भेजने वाला, अलगाववादियों को शह देने वाला पाकिस्तान आज अपने ही देश में बलूचिस्तान के मोर्चे पर बहुत बुरी तरह मात खा रहा है। बलूचिस्तान से पाकिस्तान के खिलाफ लगातार आवाजें उठ रही हैं। पाकिस्तान, कश्मीर में हालात को भड़काने और अलगाववादियों को शह देने में कभी पीछे नहीं रहता, लेकिन कश्मीर का जो हिस्सा उसके कब्जे में है, उस पीओके में भी पाकिस्तान के खिलाफ जबरदस्त माहौल बना हुआ है।