पीएनबी घोटाला : 11,000 करोड़ के बाद बैंक का एक और बड़ा नुकसान होना तय!

नई दिल्ली। मूडीज इंवेस्टर्स सर्विस ने मंगलवार को पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) की स्थानीय और विदेशी मुद्रा जमा की रेटिंग बीएए3/पी-3 और फॉरेन करेंसी इंश्यूअर रेटिंग बीएए3 को घटाने के लिए समीक्षा कर रही है। पीएनबी घोटाले की वजह…

पीएनबी घोटाले की वजह
एक आधिकारिक बयान में यहां कहा गया है, “धोखाधड़ी से होनेवाले वित्तीय प्रभाव के कारण ही रेटिंग घटाने की समीक्षा की जा रही है।”

इसी के साथ मूडीज पीएनबी बैंक की बेसलाइन क्रेडिट असेसमेंट (बीसीए) और समायोजित बीसीए के बीए3 और काउंटरपार्टी रिस्क असेसमेंट (सीआरए) के बीएए3(सीआर)/पी-3(सीआर) को भी घटाने की समीक्षा कर रही है।

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पीएनबी भारत का दूसरा सबसे बड़ा सरकारी बैंक है, जिसके मुंबई की एक शाखा में 1.8 अरब डॉलर के घोटाले का पता चला है, जिसकी जांच सीबीआई (केंद्रीय जांच ब्यूरो) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कर रही हैं। बैंक में की गई धोखाधड़ी की रकम बैंक की कुल आय 1,320 करोड़ रुपये का आठ गुना है।

मूडीज ने कहा, “बैंक के क्रेडिट प्रोफाइल की कमजोरी के कारण ही रेटिंग की समीक्षा की जा रही है, क्योंकि कई लेनदेन में धोखाधड़ी दर्ज की गई है। पीएनबी ने 14 फरवरी, 2018 को भारतीय शेयर बाजारों में घोषणा की थी कि उसे 1.8 अरब डॉलर की धोखाधड़ी का पता चला है।”

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क्रेडिट रेटिंग एजेंसी ने कहा कि धोखाधड़ी लेन-देन से बैंक पर आकस्मिक देनदारी का बोझ बढ़ा है और इसके वित्तीय प्रभाव को भारत के प्रासंगिक कानूनों द्वारा निर्धारित किया जाएगा।

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