
नई दिल्ली| डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति बन गये हैं| अपने चुनाव प्रचार में ट्रंप ने भारत और भारतीयों को मुद्दा बनाते हुए कैम्पेनिंग की और जीत हासिल की| अब अमेरिका के मुखिया के तौर पर भी भारत उनसे अच्छा रवैया अपनाए जाने की उम्मीद के चलते खुश है| लेकिन ट्रंप की इस जीत से पाकिस्तान और चीन के माथे पर चिंता की लकीरें खिंच गयी हैं|
पूर्व अमेरिकी राजनयिक विलियम एच. एवरी ने इस बात पर मुहर लगाई है| उनकी मानें तो ट्रंप भारत के लिए बेहद अच्छे साबित होंगे जबकि पाकिस्तान और चीन के लिए मुसीबतें खड़ी करने वाले|
चीन को लगेगा जोर का झटका
एवरी के मुताबिक चीन और पाकिस्तान बीते कई दशकों से अमेरिका को ‘लूट’ रहे हैं| दोनों देश मिलकर 400 बिलियन डॉलर यानी 400 अरब रुपए गटक चुके हैा। चीन ने ट्रेड सरप्लस के चलते 2015 में अमेरिका से 366 बिलियन डॉलर कमाए| जबकि, पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के नाम पर 2002 के बाद से अब तक 30 बिलियन डॉलर की रकम वसूल चुका है| ट्रंप इन दोनों देशों को दिए जाने वाले अमेरिकी पैसे पर लगाम कस सकते हैं|
पाकिस्तान और चीन झटका
अपने चुनाव प्रचार में डॉनल्ड ट्रंप अमेरिकियों को खोई हुई नौकरियां वापस दिलाने की बात करते रहे हैं| इसके लिए अगर ट्रंप कोई ठोस कदम उठाते हैं तो यह चीन के लिए खतरे की घंटी है| वहीँ, एशिया के शक्ति संतुलन के लिहाज से चीन के नुकसान में ही भारत का फायदा छिपा है| माना जा रहा है कि ट्रंप के कार्यकाल में चीन पर भारत से अधिक प्रभाव पड़ेगा|
पाकिस्तान के लिए बुरी खबर
ट्रंप ने चुनाव से पहले अपने प्रचार के दौरान पाकिस्तान को सबसे खतरनाक देश कहा था| उन्होंने पाक से आतंकवाद के मुद्दे पर भारत को साथ लेने की वकालत की थी और ओसामा बिन लादेन को शरण देने के लिए माफी मांगने की बात कही थी|