
बड़े बुजुर्गों से आपने कई बार यह सुना होगा कि “कभी कुछ गलत मत बोलो, सरस्वती माता झीभ पर वास करती हैं कहीं वो बात सच न जाए।” सरस्वती माता की जीभ पर बैठने की यह मान्यता हिंदुओं में प्रचलित है लेकिन पश्चिमी सभ्यता की बात करें तो इनमें इसी को गोल्डन मिनट से संबोधित किया जाता है।
गोल्डन मिनट के पीछे जो तथ्य है उसे जानने के बाद आपको हैरानी होगी। कहते हैं कि गोल्डन मिनट एक ऐसा समय होता है जब किसी के मुंह से निकली कोई भी बात सच हो जाती है।
आज हम आपको बताएंगे कि किस तरह गोल्डन मिनट का पता जाता है।
बता दें कि, गोल्डन मिनट को समझने के लिए उदाहरण के तौर पर मान लीजिए तारिख है 22 और महीना है दूसरा तो आपका गोल्डन मिनट हुआ 22:02 am या pm (10 बजकर 02 मिनट)।
गौरतलब है कि जब तारिख 25 से 31 से आ जाती है तो यह तथ्य उल्टा हो जाता है।
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इस सूरत में हम 27 फरवरी यानी आज की तारिख गोल्डन मिनट होगा 2 बजकर 27 मिनट am या pm
गोल्डन मिनट को लेकर लोगों का कहना है कि ऐसे समय में कोई बात अगर मुंह से निकल जाए तो वह सच हो जाती है। तो आज के बाद जो बोलें वह सोच समझकर बोलें।