पर्यटन: इतिहास से आपको जोड़कर रखता है कृष्णागिरी का किला, जानें कैसे

भारत के दक्षिणी राज्य अपनी सुंदरता के लिए काफी जाने जाते हैं। दक्षिण राज्य की खूबसूरती भारत में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में जानी जाती है। तमिलनाडु राज्य का कृष्णगिरी इन्हीं खूबसूरत लिस्ट में शुमार है। आज हम आपको इस राज्य के जुड़े कुछ इतिहास के पन्नों के बारे में बताने जा रहे हैं। माना जाता है कि कष्णगिरी राज्य में राजा कृष्ण देव राय राज किया करते थे। उन्हीं के नाम पर इस राज्य का नाम पड़ा। शांत पहाड़ियों और हरे-भरे परिवेश के कारण यहां पर सैलानियों का तांता लगा रहता है। दूर – दूर से लोग यहां घूमने के लिए आते हैं।

कृष्णगिरी बांध परियोजना

यह बांध शहर से महज 7 किमी की दूरी पर स्थित है। यह कृष्णागिरी और धर्मपुरी के बीच स्थित है। इस बांध के पानी का इस्तेमाल सिंचाई के लिए किया जाता है। इस जगह के आस-पास का पूरा इलाका इस बांध के पानी पर ही निर्भर है। यहां आप एक अच्छा वीकेंड प्लान कर सकते हैं।

चंद्र चूडेश्वर मंदिर

प्राकृतिक स्थलों के अलावा आप यहां के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों के दर्शन भी कर सकते हैं। आप होसुर में राष्ट्रीय राजमार्ग 7 के पास एक छोटे पहाड़ के शीर्ष पर स्थित चंद्र चूडेश्वर मंदिर आ सकते हैं। यह मंदिर कृष्णगिरी के निकटवर्ती पवित्र स्थलों में गिना जाता है। इस मंदिर के अलावा यहां तारामंडल और ‘चिल्ड्रन पार्क’ देखने लायक स्थल है, ये दो पर्यटन आकर्षण पर्यटन विभाग द्वारा स्थापित किए गए हैं।

कृष्णागिरी का किला

देश के बाकी किलों के अलावा कृष्णागिरी का किला भी काफी जाना जाता है। यह किला देश का मजबूत और प्रसिद्ध किला है। यह किला वहां के राजा कृष्णदेव राय ने बनवाया था। जो इस समय के शासनकाल के सबसे प्रसिद्ध और शक्तिशाली राजा में से एक थे। अगर आपको इस जगह के इतिहास के बारे में जानना है तो इस शहर के किले में आने का प्लान अवश्य बनाएं। इस किले की खास बात है कि इस किले की भौगोलिक संरचना काफी अच्छी है। इस किले ने यहां आने वाले हर एक ध्यान अपनी ओर आकृर्षित किया है।

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