पत्नी को पीटना यहाँ नहीं है कोई जुर्म, बल्कि माना जाता है पवित्र रिवाज…

दुनिया भर में महिलाओं की स्थिति को सुधारने के लिए कई अभियान चलाये जा रहे हैं। चाहे भारत हो या सऊदी अरब हर जगह महिलाएं अपनी अधिकार की लड़ाई लड़ रही हैं। दुनिया में ऐसे कई देश हैं जहाँ महिलाओं को समाज द्वारा किये जा रहे अत्याचार को सहना पड़ता है।

पत्नी को पीटना यहाँ नहीं है कोई जुल्म

हालाँकि ऐसा जरुरी नहीं कि हर बार महिलाओं पर पुरुष ही अत्याचार करते हैं। दुनिया भर से कई ऐसे भी मामले सामने आये हैं। जहाँ महिलाओं पर होने वाले जुल्म का कारण खुद महिलाएं भी होती है।

उदाहरण के तौर पर भारत के कई हिस्सों में दहेज़ के लिए महिलाओं को उनकी सास खुद एक महिला होने के बाद भी प्रताड़ित करती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया का एक ऐसा देश है। जहाँ महिलाएं अपने ऊपर होने वाली ज़ुल्म कि इतनी आदि हो गई है कि अब अपने उपर होने वाली अत्याचार को अपनी खुशनसीबी समझती हैं।

अफ्रीका का मॉरीतानिया एक ऐसा देश है। जहाँ अपने पति से पिटना पत्नियों के लिए गर्व माना जाता है। इसी कारण यहाँ की अधिकतर महिलाओं के हाथ पैर टूटे मिलेंगे। जिसका कारण इनके पति द्वारा की गई मार-पीट है।

गौरतलब है कि यहाँ की सरकार इस परंपरा को बंद करने के लिए कानून भी बना चुकी है। इस कानून के मुताबिक अगर कोई पुरुष घरेलु हिंसे के दौरान अपनी पत्नी या किसी महिला को प्रताड़ित करता है। तो उसे सात साल की सजा हो सकती है। बावजूद इसके यहाँ होने वाले घरेलु हिंसे कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं।

अंग्रेजी अखबार ‘द स्टार’ के मुताबिक यहाँ की महिला एच्युटु सांबा का कहना है कि उनके देश में पत्नियों को पीटने की परंपरा है। 60 वर्षीया सांभा बताती हैं कि हमे मार-पीट सहने की आदत हो गई है।

वो अपने बच्चों को अपनी मां, दादी, बुआ, मौसी आदि रिश्तेदारों की प्रताड़ना की कहानी सुनती हैं। वो बताती हैं कि उन्हें उनके पति कैसे प्रताड़ित करते थें।

दरअसल यहाँ की महिलाओं ने अपने पति द्वारा होने वाले प्रताड़ना को स्वीकार लिया है। ऐसा कहना है मॉरीतानिया की राजधानी नुआकशोत के सामाजिक कल्याण मंत्रालय में सलाहकार और शोधकर्ता सिदी बोयदा का।

वो कहते हैं कि औरतों के इस विचारधारा को बदलना बेहद जरुरी है। मॉरीतानिया अफ्रीका के पश्चिम भाग में पड़ने वाला एक गरीब मुस्लीम देश है। इसका ज्यादातर हिस्सा रेगिस्तान में पड़ता है।

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गौरतलब है कि यहाँ की सभी जन-जातियों में अपनी पत्नी को पीटने का रिवाज है।

कई जानकारों का ये भी मानना है कि यहाँ कि महिलाएं अपने ऊपर होने वाले जुल्मों को इस लिए सहती हैं क्योंकि वो अपने रिश्ते को बचाना चाहती हैं। वो तलक से डरती हैं।

यहाँ ऐसे कई मामले सामने  आये हैं जब पुरुष उन्हें तलाक  दे देते हैं।

यही रहने वाली एक महिला ने बताया कि उनके पति ने एक बार उनकी पीते केवल इस लिए कर दी क्यों कि वो टीवी देख रहे थीं। उनके पति ने उन्हें तब तक पीता जब तक वो अधमरा नहीं हो गई।

 

 

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