500-1000 रुपए के पुराने नोट पर हुआ नया खेल, महीनों की मेहनत पर एक झटके में फिरा पानी

नोटों के दलालनई दिल्ली केंद्र सरकार ने नोटबंदी के बाद विदेश में रहने वाले भारतीयों को 30 जून 2017 तक पुराने 500 और 1000 रुपये के नोट को रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) की शाखाओं में बदलने की छूट दे रखी है। लेकिन कस्टम डिपार्टमेंट की जांच में साफ़ हुआ है की प्रवासी भारतीयों की अपेक्षा देश में सक्रिय नोटों के दलाल सरकार के इस फैसले का फायदा उठा रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार, ऐसे तमाम लोग हैं, जो इन पुराने नोटों को कूरियर के जरिए विदेश भेज रहे हैं, जिससे बाद में इन्हें आसानी से बदला जा सके।

गौरतलब है कि सरकार ने पिछले साल नवंबर में इन नोटों को बंद कर दिया था। जिसके बाद प्रवासी भारतीयों (एनआरआई) को इन नोटों को बदलने के लिए  30 जून तक का समय दिया गया है।

कस्टम डिपार्टमेंट के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि, सीमा शुल्क अधिकारियों ने कुछ मामले दर्ज किए है, जिनमें बंद नोटों को कूरियर के जरिए विदेश भेजा गया है। विभाग ने ऐसे 1 लाख रुपए से अधिक नोट जब्त किए हैं।

अधिकारी के मुताबिक लोग पुराने नोटों को कूरियर के जरिए विदेश भेज रहे हैं। वे किताब आदि के नाम पर कूरियर के जरिये नोट भेज रहे हैं।

अधिकारी ने बताया कि अभी तक ऐसे कई किस्से उजागर हो चुके हैं, जिनमे पुराने नोटों को कूरियर के जरिए विदेश भेजा जा रहा था।

ऐसा ही एक किस्सा पंजाब से सामने आया जहां एक आदमी ने ऑस्ट्रेलिया के लिए कूरियर यह कह के बुक करवा दिया कि इसमें तो बस किताब है। लेकिन बाद में डाकघरों से विदेश भेजे जाने वाले पार्सलों पर निगाह रख रहे सीमा शुल्क अधिकारियों ने जांच में पाया कि उनमें पुराने नोट थे। साथ ही कोरिया तथा संयुक्त अरब अमीरात भेजे जा रहे कई और कूरियरों में भी पुराने नोट पाए गए हैं।

अधिकारी ने बताया कि कुल मिलाकर इन कूरियर से 1 लाख रुपए से अधिक के पुराने नोट जब्त किए गए हैं। जिसके बाद से ही डाकघरों द्वारा विदेश भेजे जा रहे सभी प्रकार के कूरियरों पर भी नजर रखी जा रही है।

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