नोटों की दलाली करने वाले रैकेट का पर्दाफाश, पांच दलाल गिरफ्तार

नोटों की दलालीलखनऊ। नोटबंदी के चलते नोटों की दलाली का एक नया कारोबार शुरू हो गया है। आयकर विभाग ने मंगलवार को नोटों की दलाली करने वाले गोरखपुर के पांच लोगों को दबोचा। इनके पास से 17.74 लाख रुपए की नई और पुरानी करेंसी बरामद हुई।

पूर्वी यूपी में रैकेट

ये लोग बैंक कर्मचारियों की मदद से नई करेंसी निकाल कर लखनऊ में बेचने की फिराक में थे। आयकर ने यूपी एसटीएफ के साथ इस आपरेशन को अंजाम दिया। पूरे पूर्वी यूपी में इस गिरोह का नेटवर्क फैला है। नोटों की दलाली करते पकड़ा गया गोरखपुर निवासी अनूप सिंह एक कंपनी में मैनेजर और एक अन्य कंपनी के बोर्ड आफ डायरेक्टर्स में शामिल है।

वह लखनऊ में चिनहट के एक अपार्टमेंट मेंरहता है। नोटबंदी के चलते नोटों की दलाली करते पकड़ा गया अनूप गोरखपुर के इंडसइंड बैंक में काम करने वाले मनोज मिश्र और हिमांशु विक्रम सिंह के साथ मिलकर नोट बदलने की दलाली करता था। मनोज और हिमांशु ने नवंबर में ही बैंक से इस्तीफा भी दे दिया था। इन तीनों ने बैंक के कुछ खातों में हेराफेरी करके 17.74 लाख रुपए की करेंसी निकाल ली। इसमें 12 लाख रुपए की 2000 की नई नोटें और बाकी 100-50 की नोटें थी।

तीनों की बातचीत लखनऊ के एल एंड टी कंपनी में लेबर कांट्रैक्टर शम्स तबरेज और कोटक महिंद्रा बैंक के सेल्स मैनेजर कासिम अली से हुई थी। शम्स तबरेज और कासिम ने संत कबीरनगर के बुद्धा नर्सिंग होम के डॉ. देवेंद्र गौतम से 20 करोड़ रुपये पुरानी नोट से नई नोटों में बदलने का ठेका लिया था। लेबर कांट्रैक्टर शम्स ने मजदूरों की आईडी पर बैंक से पैसे निकाले और उनके खातों में पैसे जमा कराए। इसी सिलसिले में मिलने के लिए अनूप सिंह, मनोज मिश्र और हिमांशु जनेश्वर मिश्र पार्क के गेट नंबर एक पर इंतजार कर रहे थे। नोट दलाली करने वालों के बारे में आयकर अधिकारी जयनाथ वर्मा और निमिष मिश्र को खुफिया जानकारी मिली थी। इस पर दोनों अफसरों ने मौके पर पहुंचकर अनूप, मनोज और हिमांशु को दबोच लिया। इनके पास से 17.74 लाख रुपए की धनराशि बरामद भी हो गई।

आयकर अधिकारियों ने बताया कि आरोपी 20 से 30 प्रतिशत कमीशन पर नोट बदलने का कारोबार करते थे।आयकर विभाग ने मामले में पूछताछ की तो इन दलालों का बड़ा नेटवर्क सामने आया। आयकर विभाग ने मामले की जानकारी यूपी एसटीएफ को दी। यूपी एसटीएफ ने भी इन तीनों से पूछताछ की और उनके दोनों अन्य साथियों को भी दबोच लिया। एसएसपी एसटीएफ अमित पाठक का कहना है कि अभी इस मामले में कोई एफआईआर नहीं की गई है। हालांकि, आयकर विभाग की ओर से सभी संदिग्धों को नोटिस जारी किया गया है।

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