बैंकों के बाहर फिर लगेंगी लंबी-लंबी कतारें, एक बार फिर होगी नोटबंदी!

नोटबंदीनई दिल्ली। नोटबंदी एक ऐसा मुद्दा है, जिसके बारे में किसी को ज्यादा कुछ बताने की जरुरत नहीं होगी। सरकार चाहे जो भी कहे लेकिन नोटबंदी का असर हर किसी की जिंदगी पर पड़ा है। हालांकि अब एक बार फिर इस तरह की खबरें आ रही हैं कि केंद्र सरकार दोबारा नोटबंदी की तैयारियों में जुटी हुई है। ख़बरों के मुताबिक पिछले कई सप्ताह से 2,000 रुपये के नोटों की कमी दिख रही है, जो कि इस बात का सबूत है की सरकार दोबारा नोटबंदी कर सकती है।

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बड़ी संख्या में लोगों का मानना है कि सरकार 2,000 रुपये के नोटों को बंद कर देगी।

ये मुद्दा संसद में भी उठाया जा चुका है।

विपक्षी दलों ने राज्यसभा में वित्त मंत्री अरुण जेटली से इस बारे में स्पष्टीकरण देने को कहा था, लेकिन उन्होंने इस मुद्दे पर कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया।

वहीँ कुछ लोगों का ऐसा भी मानना है कि 2,000 रुपये के नोटों कमी की असली वजह जमाखोरी है।

नकदी के रूप में कालेधन को 2,000 रुपये के नोटों के तौर पर आसानी से जमा किया जा सकता है। इसकी तुलना में छोटे नोटों में ऐसा करना कठिन है।

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अधिकतर लोगों का कहना है कि 2,000 रुपये का नोट लेकर मार्केट में जाने पर खुल्ले की समस्या से जूझना पड़ता है।

वहीँ ऐसी भी खबरे आ रही है कि भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से 2,000 रुपये के नोटों की छपाई कम कर दी गई है। क्योंकि सरकार इन नोटों की सप्लाइ को सीमित करने की योजना पर काम कर रही है।

ख़बरों के अनुसार मौजूदा वित्त वर्ष में रिजर्व बैंक 2,000 रुपये के नए नोट नहीं लाएगी।

इस कारण लोग ये सोचने को मजबूर हैं कि 200 और 500 रुपये के नोटों की संख्या बढ़ने के बाद सरकार 2,000 रुपये के नोटों को बैन कर सकती है।

गौरतलब है कि सरकार जल्द ही 200 रुपये के नोट लॉन्च करने वाली है।

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