
नई दिल्ली | आम आदमी पार्टी (आप) की पांच राज्यों में हुए विघानसभा चुनाव में पंजाब में सरकार न बना पाने की खीज अभी उतरी भी नहीं थी कि आप के दिल्ली क्षेत्र से एक विधायक ने पार्टी को अलविदा कह कर भाजपा का दामन थाम लिया। चर्चा है कि कुछ अन्य विधायक भी पार्टी की नीतियों से संतुष्ट नहीं हैं और आने वाले समय में वह भी पाला बदल सकते हैं।
दिल्ली में होने वाले नगर निगम चुनाव से ठीक पहले आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक वेद प्रकाश का भाजपा में शामिल होने पार्टी को एक बड़ा झटका लगा है। बवाना से आप विधायक वेद प्रकाश सोमवार को भाजपा में शामिल हुए। यहां 23 अप्रैल से नगर निगम चुनाव होने हैं।
वेद प्रकाश ने आरोप लगाया कि आप में लोकतंत्र नहीं रह गया है और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 2015 में विधानसभा चुनाव जीतने से पहले जो वादे किए थे, उन्हें पूरे नहीं कर रहे। पार्टी में तानाशाही प्रथा हाबी हो गई है। पार्टी आम लोगों की पार्टी न हो कर व्यक्तिवादी पार्टी बनकर रह गई है।
वेद प्रकाश ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में भाजपा में शामिल होने की घोषणा की। इस दौरान दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष मनोज तिवारी भी मौजूद थे। उत्तर, पूर्व व दक्षिण दिल्ली नगर निगमों के 272 वार्डो के लिए वोट 23 अप्रैल को डाले जाएंगे, जिसके परिणाम 25 अप्रैल को घोषित होंगे।