लालच में खोला बैग, निकली बच्ची

 बच्ची अहमदाबाद। शहर के वस्त्रपुर इलाके में पंचामृत सोसायटी के बाहर महज तीन दिन की एक नवजात बच्ची एक लैपटॉप बैग के अंदर बंद मिली।नवजात कन्या जॉन्डिस से पीड़ित है और सोला के सिविल अस्पताल में भर्ती है जहां उसका इलाज चल रहा है।

500-1000 के नोट होने की आशंका से खोला बैग

यह मामला उस समय खुला जब एक नौकरानी पंचामृत सोसायटी के बाहर निकली तो उसकी नजर सड़क पर पड़े लावारिस हालत में पड़े एक लैपटॉप बैग पर पड़ी जो बहुत मोटा दिख रहा था। नौकरानी ने सोचा कि उसके अंदर 500-1000 के पुराने नोट भरे होंगे। लेकिन जब उसने बैग खोला तो अंदर एक नवजात कन्या मिली जो छटपटा रही थी। नौकरानी ने तुरंत स्थानीय लोगों की इसकी जानकारी दी जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई और 108 इमरजेंसी सर्विस के अधिकारियों को नवजात को सौंप दिया गया। नवजात कन्या को सोला सिविल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है।

इमरजेंसी सर्विस के अधिकारियों के पहुंचने से पहले सुरेखा शेठ नाम की जिस महिला ने बच्ची की देखरेख की उनका कहना है, ‘नवजात कन्या वन पीस ड्रेस में थी, सिर पर टोपी और ठंड से बचाने के लिए नारंगी रंग का स्वेटर भी बच्ची को पहनाया गया था। साथ ही बच्ची ने डायपर भी पहन रखा था। यह सारी बातें इस ओर इशारा कर रही हैं कि बच्ची किसी संपन्न परिवार की है। मुझे नहीं पता कि कैसे लोग इतनी मासूम बच्ची को सड़क पर छोड़ सकते हैं। मैं प्रार्थना करती हूं कि उसकी अच्छी तरह से देखभाल हो।’

कुत्ते सूंघ रहे थे बैग

वस्त्रपुर पुलिस ने बताया, ‘सुबह 6.45 से 7 बजे के बीच बच्ची को बरामद किया गया। नौकरानी की नजर बैग पर पड़ी और उसने देखा कि कुछ कुत्ते बैग के इर्द गिर्द घूम रहे हैं। नौकरानी को लगा कि उसने अंदर नोट भरे होंगे लेकिन अंदर से निकली एक नवजात कन्या। सुरेखा जो दूर से यह सब देख रही थी तुरंत घटनास्थल पर पहुंची। उसने तुरंत बच्ची को बैग से निकाला और गर्म दूध पिलाया।’

सुरेखा ने कहा, ‘वह बिलकुल चुप थी। रो नहीं रही थी। ऐसा लगता है कि जिसने भी उसे लावारिस हालत में छोड़ा, ऐसा करने से पहले उसने उसे दूध पिला दिया था।’ सोला सिविल अस्पताल की डॉक्टर नेहा पटेल ने कहा, ‘नवजात कन्या जॉन्डिस से पीड़ित है। यह एक ऐसी स्थिति है जो दो से तीन दिन के ज्यादातर नवजात बच्चों में देखने को मिलती है। साथ ही नवजात कन्या के पैरों पर स्याही का निशान भी है। ये सारी बातें इस ओर इशारा करती हैं कि बच्ची का जन्म दो–तीन दिन पहले ही हुआ होगा और वह भी किसी अच्छे अस्पताल में।

अपहरण की आशंका

वस्त्रपुर पुलिस के इंस्पेक्टर के एन रामानुज ने कहा, ‘हम पिछले कुछ दिनों में जितने भी बच्चे पैदा हुए हैं उनके बारे में शहर के सभी अस्पतालों से जानकारी इक्ट्ठा करेंगे। साथ ही जहां से बच्ची बरामद की गई उस इलाके की सीसीटीवी फुटेज भी खंगाली जाएगी ताकि बच्ची को वहां लावारिस छोड़ने वाले के बारे में जानकारी जुटायी जा सके। ऐसा भी हो सकता है कि किसी ने बच्ची के मां-बाप की जानकारी के बिना बच्ची का अपहरण कर उसे वहां छोड़ दिया हो।’

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