फूले नहीं समा रहे सिंधु के पिता, मित्र

हैदराबाद। भारतीय महिला बैडमिंटन खिलाड़ी पी. वी. सिंधु के रियो ओलम्पिक में महिला एकल वर्ग के फाइनल में प्रवेश करते ही  यहां पुलेला गोपीचंद बैडमिंटन अकादमी जश्न का माहौल में डूब गया।

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टेलीविजन पर अपनी बेटी का मैच देख रहे सिंधु के पिता पी. वी. रमन्ना और सिंधु की मां पी. विजया की खुशी का ठिकाना न रहा।

सिंधु के माता-पिता गोपीचंद अकादमी में ही अपने अन्य रिश्तेदारों और मित्रों के साथ टेलीविजन पर यह मैच देख रहे थे, जिसमें सिंधु ने जापान की नोजोमी ओकूहारा को हराकर फाइनल में प्रवेश किया।

दूसरे गेम में अपनी बेटी के दमदार प्रदर्शन को देख खुश उनके माता-पिता ने विश्वास जताया कि वह स्वर्ण पदक जीत लेगी।

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सिंधु के पिता रमन्ना ने कहा, “अगर वह फाइनल में भी इसी तरह खेली तो निश्चित तौर पर वह स्वर्ण पदक जीतेगी। पहला गेम थोड़ा तनाव भरा था। दोनों ही जीत के काफी नजदीक पहुंच गई थीं। हमें खुशी है कि इस गेम में सिंधु विजयी अंक हासिल करने में कामयाब रही। दूसरा गेम भी 10-10 तक लगभग वैसा ही था, लेकिन इसके बाद सिंधु ने इसे एकतरफा बना दिया।”

सिंधु की मां विजया ने इस जीत के लिए सिंधु के कोच गोपीचंद और सभी देशवासियों को श्रेय दिया।

रमन्ना ने कहा कि सिंधु की इस ऐतिहासिक जीत ने गोपीचंद का सपना साकार कर दिया।

उन्होंने कहा, “हमें पता है कि गोपीचंद ने उसके पीछे कितनी कड़ी मेहनत की है और वे हमेशा उसे (सिंधु) प्रोत्साहित करते रहते थे। उनकी बस यही तमन्ना थी कि अब तक लोगों ने जो पदक जीते हैं हमें उससे बेहतर पदक जीतना है।”

अटलांटा ओलम्पिक-1996 में खेल चुकीं बैडमिंट खिलाड़ी और पुलेला गोपीचंद की पत्नी पुलेला लक्ष्मी ने दृढ़ विश्वास जताया है कि सिंधु स्वर्ण पदक लेकर लौटेंगी।

पुलेला लक्ष्मी ने सिंधु के प्रदर्शन की प्रशंसा करते हुए कहा, “उन्हें कमाल का आक्रामक खेल दिखाया।”

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