नवासए रसूल इमाम हुसैन के महान बलिदान की याद में इमामबाड़े सजाए गए पहली मुहर्रम आज
नवासए रसूल इमाम हुसैन के महान बलिदान की याद में इमामबाड़े और घरों में अजाखाने सज गए हैं। पहली मुहर्रम शुक्रवार को होगी। दसवीं मुहर्रम तक मजलिसों मातम का सिलसिला जारी रहेगा। कोविड-19 वैश्विक महामारी एवं निषेधाज्ञा के कारण मुहर्रम के जुलूस नहीं निकल सकेंगे। नगर के विभिन्न मुहल्लों में शुक्रवार से नियमित मजलिसें फेस मास्क, हैंड ग्लब्ज, सैनिटाइजर तथा शारीरिक दूरी का अनुपालन करते हुए होंगी। मीरानपुर में सुबह आठ बजे लाडले हुसैन के अजाखाने से निर्धारित मजलिसों का आगाज होगा। तत्पश्चात इमामबाड़ा राजा साहब, मरहूम चौधरी सिब्ते मुहम्मद नकवी, शाहिद हुसैन खान व सरवर हुसैन जैदी के आवासीय अजाखाने में सिलसिलेवार जिक्र-ए-हुसैन होगा। रात्रि की तयशुदा मजलिस अजाखाना सफदर हुसैन व अजाखाना सज्जाद हुसैन रिजवी में आयोजित होगी। इसी प्रकार मुहल्ला इमामबाग, अब्दुल्लाहपुर, गदायां, सिझौली, लोरपुर, पीरपुर में भी पूर्व निर्धारित मजलिसें होंगी। शिया उलमाए हिद इंकलाबी के सचिव मौलाना इफ्तेखार हुसैन ने बताया गुरुवार की शाम को चांद देखा गया। पहली मुहर्रम शुक्रवार को होगी।
-कोराना से बचाव को बरतें सावधानी : हैदर अब्बास
कटघरमूसा निवासी वरिष्ठ आलिम-ए-दीन मौलाना सैयद हैदर अब्बास कहते हैं आलम-ए-वक्त के फतवे के मुताबिक कोरोना वायरस से बचाव और प्राणरक्षा के लिए मोहकमा-ए-सेहत व सरकारी दिशा-निर्देश का पालन आवश्यक है। प्रत्येक अजादार के लिए इस बाबत पूरी सावधानी व सुरक्षा बरतना नैतिक, संवैधानिक तथा धार्मिक कर्तव्य बनता है।