नयें साल के जश्न पर होटल-रेस्त्रां मालिक मायूस, नाइट कर्फ्यू और लोगों के एकत्र होने पर बंदिशों के चलते नए साल के जश्न पर ब्रेक

साल 2020 खत्म होने में अभी कुछ ही दिन शेष बचा हैं. 2021 आने वाला हैं. नववर्ष के दिन हर कोई नए जोश और नए उत्साहके साथ प्रवेश करना चाहता हैं . हालांकि, हॉस्पिटेलिटी और सर्विस सेक्टर के लिए नववर्ष कोई आनंद जैसी बात नहीं ला रहा, क्योकि कोरोना के गॉइडलाइन के चलते पंजाब, गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान और हिमाचल प्रदेश जैसे कई राज्यों में नाइट कर्फ्यू और लोगों के एकत्र होने पर बंदिशों के चलते नए साल के जश्न पर ब्रेक लग गया है।

होटल-रेस्त्रां सेक्टर का देश में सबसे बुरा हाल हो गया हैं. कोरोना महामारी और उसकी वजह से लॉकडाउन ने इंडस्ट्री को 15 लाख करोड़ रुपए तक की चोट पहुंचाई है. उसे करीब तीन तिमाहियों के इकोनॉमिक वॉशआउट का सामना करना पड़ा है. देश में 50 फीसदी से ज्यादा होटल-रेस्त्रां ने हमेशा के लिए अपने शटर गिरा दिया. जो अब भी बिजनेस में बने हुए हैं, वो 2021 को अपने अस्तित्व की लड़ाई के तौर पर देख रहे हैं।

2021 को आप कैसे देख रहे हैं?, इस सवाल के जवाब में ओलिव ग्रुप ऑफ रेस्टोरेंट्स के एडी सिंह ने बताया कि, “पूरा होटल उद्योग लॉकडाउन खत्म होने का इंतजार कर रहा था. सरकार की ओर से लगाया कर्फ्यू कड़ी बंदिशों वाला है. लॉकडाउन से बिजनेस पर भारी मार पड़ी है. जश्न पिछले साल जैसा नहीं होगा. लेकिन हम उम्मीद कर रहे हैं कि नववर्ष पूरी तरह डिजास्टर भी न हो.” सिंह विश्वास जताते हैं कि अगले साल चीजें सुधरेंगी और इंडस्ट्री के सुनहरे दिन फिर लौटेंगे।

नयें साल के जश्न पर इन शहरों में पाबंदिया

इन शहरों में बुरी तरह प्रभावित हुई है होटल इंडस्ट्री

जेएलएल इंडिया के मुताबिक, दिल्ली, मुंबई, पुणे, चेन्नई, कोलकाता, जयपुर, अहमदाबाद, बेंगलुरू, गोवा, हैदराबाद, जयपुर और गुरूग्राम जैसे 11 शहरों में आक्युपेंसी रेट में जहां 40 से 50 फीसदी गिरावट आई। वहीं, रेवेन्यू में 13 से 29 फीसदी तक गिरावट आई है, कोविड-19 की वजह से साल 2020 की में डोमेस्टिक होटल और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर पर बुरा असर पड़ा है।

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