नगरोटा आतंकी साजिश में पहली बार आया शरीफ का नाम, अब उतरेगी इज्जत

नगरोटा आतंकी साजिशनई दिल्ली: नगरोटा आतंकी साजिश में दो मेजर समेत सेना के सात बहादुर जवानों ने शहादत दी। हालांकि सेना ने यहां तीन आतंकी मार गिराए।

मंगलवार को हुए इस आतंकी हमले की साजिश पाक के पूर्व आर्मी चीफ राहील शरीफ ने अपने रिटायरमेंट से कई महीनों पहले ही रच दी थी। इसकी जानकारी पाकिस्तान की सरकार को भी थी।

जनरल राहील शरीफ एलओसी पर भारत के खिलाफ तनाव को बढ़ाने में काफी सक्रिय रहे हैं।

इस बात से जांच एजेंसी भी इंकार नहीं कर रहीं हैं कि जनरल शरीफ के रिटायरमेंट और नगरोटा आतंकी हमले का कोई संबन्ध न हो।

इस बारे में भारतीय अधिकारियों को मानना है कि नगरोटा का आतंकी हमला राहील शरीफ की आखिरी चाल हो सकती है।

नगरोटा आतंकी हमला जिस तरह से अंजाम दिया गया, उससे यही बात साबित हो सकती है कि इसे कई माह की योजनाओं के बाद अंजाम दिया गया है।

शरीफ ने सेना में अपने आखिरी दिन पर भारत को धमकाया भी था। उन्‍होंने अपने भाषण में कहा था कि पाक की सेना भारत को जवाब जरूर देगी।

जनरल शरीफ ने कहा था कि भारत को यह जान ले कि धैर्य रखना पाकिस्‍तान की कमजोरी नहीं है। जनरल के मुताबिक दक्षिण एशिया में कश्‍मीर मुद्दे का हल हुए बिना शांति कायम नहीं रह सकती है। साथ ही कहा था कि भारत कश्‍मीर में आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है।

राहील शरीफ की भारत से नफरत जग जाहिर है। भारत को नापसंद करने उनकी व्‍यक्तिगत वजहें भी थीं। राहील शरीफ ने भारत और पाकिस्‍तान के बीच हुई जंग में अपने भाई और चाचा को खो दिया था। इसके बाद से ही वह भारत से नफरत करने लगे थे।

LIVE TV