धीरे-धीरे पत्थर होता जा रहा है इस बच्चे का शरीर, कुछ समय बाद अपने ही शरीर में हो जाएगा कैद

ज़रा सोचिए किसी मां पर ऐसी कौन-सी मुसीबत आई होगी कि उसने अपने जिगर के टुकड़े के लिए एक बेहद ही कठोर बात बोल डाली। मां ने बोला कि उनका बेटा अपने शरीर में ही दफन हो जाएगा।

दरअसल ये वाक्य एक बेबस मां का है, जिसका बेटा धीरे-धीरे पत्थर बनता जा रहा है। जी हां, आपने बिल्कुल ठीक सुना है। अमेरिका के कॉलोराडो में रहने वाली नताली के बेटे रोजर्स का शरीर बिल्कुल पत्थर की तरह सख्त होता जा रहा है।

बच्चे का शरीर

रोजर्स की उम्र अभी 12 साल है, जिसे स्टिफ स्किन सिंड्रोम (stiff skin syndrome) नाम की बीमारी है। यह दुनिया की सबसे दुर्लभ बीमारियों में से एक है, जिसके काफी कम मामले ही देखने को मिलते हैं।

रोजर्स की हालत ऐसी ही रही और ये बीमारी बढ़ती रही तो वह अपने ही शरीर में दफ्न हो जाएगा। रोजर्स के पिता टिम और मां नताली बेटे के इलाज के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं, लेकिन इस बीमारी का कोई इलाज भी नहीं है।

रोजर्स की इस भयानक बीमारी का अंदाज़ा सबसे पहले टिम को हुआ था। साल 2013 में टिम ने देखा कि रोजर्स के दाहिनी जांघ पर एक सख्त गांठ बन गई है। चिंता की सबसे बड़ी बात ये है कि.. एक तो इस बीमारी का कोई इलाज नहीं है और ऊपर से रोजर्स के शरीर में यह काफी तेज़ी से फैल भी रहा है।

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रोजर्स की जांघ से शुरू हुई इस बीमारी ने कूल्हे, पेट और पीठ पर कब्ज़ा जमा लिया है और छाती की ओर बढ़ रहा है।

बीमारी की वजह से रोजर्स को असहनीय दर्द हो रहा है। इतना ही नहीं काफी शरीर के हिस्से ज़्यादा सख्त होने की वजह से वह चलने-फिरने में भी असमर्थ है। आंकड़े बताते हैं कि साल 2015 तक दुनिया भर में इस बीमारी के केवल 42 मामले सामने आए थे।

यूएस डिपार्टमेंट ऑफ़ हेल्थ एंड ह्यूमन सर्विसेस के मुताबिक फिलहाल इस बीमारी से बचने के लिए पूरी दुनिया में कोई थेरेपी भी मौजूद नहीं है।

 

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