Movie review: कमजोर कहानी के बावजूद कायम है डर और सस्पेंस
फिल्म– दोबारा
रेटिंग– 3
सर्टिफिकेट– U/A
अवधि– 1 घंटा 47 मिनट
स्टार कास्ट– हुमा कुरेशी, साकिब सलीम, आदिल हुसैन, लीसा रे, रिया चक्रबर्ती और मडैलिना बेलाब्रियू
डायरेक्टर– प्रवाल रमन
प्रोड्यूसर– शशि रंजन, अनु रंजन
कहानी– फिल्म की कहानी लंदन के नताशा मर्चेंट और कबीर के इर्द गिर्द घूमती है। दोनों बचपन से डरे सहमें बड़े होते हैं। कबीर और नताशा बचपन में एक दूसरे से अलग हो गए थे। 11 साल की उम्र में कबीर को मेंटल असाइलम में भर्ती हो जाते है। बचपन में उसपर खून का इल्जाम लग जाता है। काफी समय बाद दोनो एक दूसरे से मिलते हैं। दोनों मिलकर सच्चाई का पता लगाने में जुट जाते हैं। इसी तरह कहानी अपने अंजाम तक पहुंचती है।
एक्टिंग– हुमा और साकिब ने बहुत जबरदस्त परफॉर्मेंस दी है। दोनों ने काफी अच्छी एक्टिंग की है।
डायरेक्शन– फिल्म का डायरेक्शन बेहद अच्छा है। कहानी की पकड़ बेहद कमजोर है। कहानी दर्शकों को बांधने में असफल होती है। स्पेशल इफेक्ट्स और कैमरा वर्क काफी कमाल का है।
म्यूजिक– फिल्म के गाने काफी स्लो हैं। कहानी पर फिट बैठने के बावजूद दर्शकों पर जादू नहीं चला पाते हैं।
देखें या नहीं– सस्पेंस और हॉरर फिल्में पसंद हैं तो जरूर देखने जाएं।