जिस मोबाइल नंबर की बात उठी है, वह 4 साल से बंद है : दिग्विजय

भोपाल| नक्सली समर्थक के खत में अपना मोबाइल नंबर होने पर सफाई देते हुए मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि जिस मोबाइल फोन नंबर का जिक्र किया जा रहा है, वह चार साल से बंद है। उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह को कार्रवाई करने की चुनौती दी। महाराष्ट्र कोरेगांव हिंसा की जांच कर रही पुणे पुलिस एक माओवादी समर्थक के खत में मिले मोबाइल नंबरों में एक नंबर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह का होना बता रही है।
दिग्विजय
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, दिग्विजय सिंह ने कहा, “मेरे जिस मोबाइल फोन नंबर का जिक्र नक्सलियों के साथ आया है, वह चार साल से बंद है। आरएसएस और भाजपा मुझसे डरती है, इसलिए मुझे डराने के लिए यह सब किया जा रहा है। अगर मैंने देश के खिलाफ कोई काम किया है तो देश में सरकार भाजपा की है, गृहमंत्री राजनाथ सिंह जो कार्रवाई हो सकती हो, करें।”

एक अंग्रेजी समाचारपत्र ने खुलासा किया है कि माओवादियों (नक्सलियों) से बातचीत के जो मोबाइल नंबर सामने आए हैं, उनमें से एक नंबर कथित तौर पर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का होने की बात कही जा रही है।

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समाचारपत्र का दावा है कि माओवादी विचारक को एक नक्सली नेता ने पत्र लिखा था, जिसमें कहा गया था कि “कांग्रेस के कई नेता हमारी मदद करना चाहते हैं।” इस मामले में गिरफ्तार किए गए लोगों के मोबाइल नंबरों की जांच की गई, इसमें पाया गया कि एक नंबर से कई बार बात हुई है। यह नंबर कथित तौर पर दिग्विजय सिंह का पाया गया है।

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