दादी-नानी के नुस्‍खे : बड़े काम के हैं ये काले दाने

हमारे देश में इलायची की खेती मुख्यत: तीन राज्यों केरल, कर्नाटक और तमिलनाडू में केन्द्रित है। इलायची सिर्फ एक मसाला ही नहीं है बल्कि एक बढ़िया दवा भी है। आइए दादी-नानी के नुस्‍खे में जानते हैं इलायची के कुछ औषधीय गुण..

दादी-नानी के नुस्‍खे

दादी-नानी के नुस्‍खे : फेफड़ों की समस्‍या में उपयोगी

हरी इलायची से फेफड़ों में रक्तसंचार तेज गति होने लगता है, इससे सांस लेने की समस्या जैसे अस्थमा, तेज जुकाम और खांसी जैसे रोगों के लक्षणों में कमी आती है।

आयुर्वेद में इलायची को गर्म तासीर का माना गया है जो शरीर को अंदर से गर्म करती है। इससे बलगम और कफ बाहर निकालकर छाती की जकड़न को कम करने में मदद मिलती है। इलायची का सेवन आमतौर पर मुख शुद्धि के लिए अथवा मसाले के रुप में किया जाता है।

यह दो प्रकार की होती है हरी ईलायची यह छोटी ईलायची तथा बड़ी ईलायची, जहां बड़ी इलायची व्यंजनों को लजीज बनाने के लिए एक मसाले के रुप में प्रयुक्त होती है वही हरी ईलायची से मिठाइयों में खुश्‍बू आती है मेहमानों की आवभगत में भी इलायची का इस्तेमाल होता है। यह औषधीय गुणों की खान है संस्कृत में इसे इला कहा जाता है यह पाचन वर्धक तथा रुचि वर्धक होती है। आयुर्वेदिक मतानुसार ईलायची पित्र जनक तथा श्‍वास, खांसी, बवासीर, सुजाक, पथरी, खुजली, तथा हृदय रोग में लाभदायक होती है।

सर्दी खांसी और छींक होने पर छोटी इलायची का एक टुकड़ा अदरक लौंग तथा पांच तुलसी के पत्ते के साथ पानी में रखकर खाएं। उल्टी होने पर बड़ी इलायची 5 ग्राम लेकर आधा लीटर पानी में उबालें जब पानी एक चौथाई रह जाए तो उतार लें ये पानी पीने से उल्टियां बंद हो जाती हैं। मुंह में अगर छाले पड़ गए हैं तो बड़ी इलायची को महीन पीसकर उसमें पिसी हुई मिश्री मिलाकर जबान पर रखने तुरंत लाभ होगा। अगर आपका जी मिचलाता हो तो इससे निजात पाने के लिए छोटी इलायची मुंह में रख ले।

ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए फायदेमंद जिन लोगों को ब्लड प्रेशर की दिक्कत हो वह इलायची का नियमित रुप से इस्तेमाल करें ऐसा करने से ब्लड प्रेशर सामान्य रहता है और आराम भी मिलता है। पेट में गैस और एसिडिटी खाना खाने के बाद हो तो तुरंत इलायची खा लें। रात को इलायची ना खाएं इससे खट्टी डकारे आती है महिलाओं के लिए इसके अधिक सेवन से गर्भपात होने की संभावना रहती है।

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