डीएम की गुंडई! पीड़ित को इंसाफ दिलाने के बजाय पकड़ा कॉलर

REPORT – LOKESH TRIPATHI

अमेठी – एक बार फिर भारतीय प्रशासनिक सेवाओं की मर्यादा भूले जिलाधिकारी अमेठी ।अमेठी के विवादित डीएम प्रशांत कुमार का एक और कारनामा आया सामने । आक्रोशित भीड़ के बीच मृतक सोनू सिंह के चचेरे भाई पीसीएस अधिकारी सुनील सिंह का कॉलर पकड़कर खींचा । पोस्टमार्टम के दौरान परिजनों को समझाने के बजाय उग्र हुए जिलाधिकारी अमेठी।

डीएम के कारनामे से हो सकता था बड़ा विवाद । कल देरशाम सोनू सिंह को दबंग युवक ने गोली मारकर उतारा था मौत के घाट। मृतक सोनू सिंह उम्र लगभग 33 वर्ष गौरीगंज कोतवाली क्षेत्र के बिसुनदासपुर गांव का था रहने वाला । गौरीगंज कोतवाली से महज 700 मीटर दूर मुसाफिरखाना रोड के नहर पुलिया के पास अपराधियों ने दिया था घटना को अंजाम ।

परिजनों से बात करते समय जिलाधिकारी महोदय जिस तरह से पेश आए और जो बोला वह सब कैमरे में कुछ इस तरह से कैद हुआ जिसके अंश इस प्रकार हैं कि – रात भर से मेरे वरिष्ठ अधिकारी लगे हुए हैं। आप यह बताइए कौन से देश में कितना भी एडवांस क्यों ना हो क्या वहां पर मर्डर नहीं होते हैं? हम कोई भगवान तो है नहीं जो हर त्रासदी को रोक सकें। आप हमारी जगह पर होते तो क्या करते क्या मर्डर रोक लेते । आप यही तो कहते कि रोकना तो किसी के हाथ में नहीं है।

आप यही तो करते जो दोषी है उस पर कार्यवाही करते । अगर आपने चिन्हित कर लिया है तो बता दीजिए । अगर आपने चिन्हित नहीं किया है तो हम हर ताकत लगा देंगे । उसको चिन्हित करने के लिए जो चिन्हित हैं उनको उनके नाम पुलिस को बता दिए हैं? क्या किसी ने यह कहा कि कार्यवाही नहीं करेंगे जो करना है करो ।

तो फिर यह सब क्या है। तब तक के बड़े भाई ने बताया कि जहां घटना घटित हुई थी वहां पर थोड़ी दूर पर ही डायल हंड्रेड पुलिस खड़ी हुई थी। अगर चाहती तो वह पकड़ सकती थी। गोली चल रही थी चार पांच राउंड गोली चली इसके बावजूद उन लोगों ने पकड़ने का प्रयास नहीं किया । तब जिलाधिकारी ने कहा कि आपने उन लोगों का नाम दे दिया है ना पकड़ में आ जाएंगे। आप यह बताइए कि समय हम खड़े हैं इस जिले का सबसे वरिष्ठ अधिकारी यहां पर खड़ा हुआ है। इतने सारे लोग खड़े हुए हैं क्या आपको पता है? कि उस आदमी के पास कट्टा है।

पता है कि नहीं , पता है, पता है, उसके पास है कि नहीं ?और इस तरह मृतक के बड़े भाई सुनील का पहले हाथ पकड़े बाद में शर्ट पकड़ते हुए घसीट कर आगे ले गए और पूछते रहे पता है कि नहीं पता है कि नहीं? बताओ इस पर वहां खड़े लोगों ने विरोध जताया कि आराम से बात करिए। ऐसे बात किया जाता है? तब जिलाधिकारी ने कहा पीछे रहो, पीछे रहो ,आगे मत आओ। जब दूसरे लोग बोलने लगे तब उन्होंने कहा कि आप से बात नहीं हो रही है । जब इन से हम बात कर ले तब आपसे बात करेंगे।

तब पीड़ित सुनील सिंह ने बताया कि ज्ञापन मैंने मैडम को दे दिया है। इस पर जिलाधिकारी ने कहा कि ज्ञापन से कोई परेशानी नहीं है। डायल हंड्रेड खड़ी थी वह बात भी सब सही है । इसके बाद उन्होंने अपनी समस्याओं का हवाला देते हुए पीड़ित को बताया कि पिछले कुछ समय से अयोध्या जजमेंट तथा आर्मी रैली के कारण धारा 144 भी लगी हुई है। इस समय बहुत सेंसेटिव है ।

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आप जितने भी अधिकारी देख रहे हैं यह सब मैं यह वह पिछले 17 अट्ठारह दिनों से हमारी रात की ड्यूटी है हमारी दिन की ड्यूटी है। आप सही कह रहे हैं 144 लगी हुई है। हमें स्पेशल इनपुट पर रखा गया था हम लोग किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए हमेशा तैयार थे। हमें क्या पूरे प्रदेश सभी जिलों को। जिसमें सभी लोग थे । सभी लोग डबल काम कर रहे हैं ।

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