टोकन जारी होने के बाद भी नहीं बिका धान, किसानों ने नेशनल हाईवे किया जाम

रिपोर्ट- अमर सदाना

 

छत्तीसगढ़- टोकन जारी होने के बाद भी किसानों का धान तौल नहीं होने के कारण मंगलवार सुबह लगभग 10 बजे नेशनल हाईवे- 30 में ग्राम बैजी स्थित सेवा सहकारी समिति बेमेतरा के खरीदी केंद्र के समीप सड़क में तंबू तानकर किसानों ने चक्का जाम कर दिया. इसकी जानकारी होते ही मौके पर पहुंचे बेमेतरा तहसीलदार मुआयना कर वापस लौट गए. वहीं चक्का जाम के कारण नेशनल हाईवे से आवागमन करने वाले वाहनों एवं यात्री, बस संचालकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा.

किसान

प्रशासन द्वारा बारदाना समय पर उपलब्ध नहीं कराने के कारण सेवा सहकारी समिति बेमेतरा खरीदी केंद्र के चक्का जाम में ग्राम बैजी, बिलई,चारभाठा, मंजगांव,बहेरा  एवं लोलेसरा बहु नवागांव के किसान सम्मिलित हैं. ज्ञात हो कि किसानों ने एकजुट होकर चक्का जाम कर दिया है. चक्का जाम के प्रोग्रामों के किसानों के द्वारा स्थानीय प्रशासन को लिखित में जानकारी दी गई थी. गौरतलब है कि बेमेतरा सेवा सहकारी समिति का धान खरीदी उप केंद्र ग्राम लोलेसरा बैजी में केंद्र बनाया गया है जहां धान खरीदी का कार्य किया जाता है

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इस दरमियान मार्ग में पहुंचने वाले को आने जाने से किसानों के द्वारा  रोक दिया गया है. किसानों का कहना है कि जब सरकार ने समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की घोषणा की है तो धान की खरीदी टोकन जारी करने के बाद क्यों तौल नहीं कराया जा रहा है, जबकि किसानों का धान खरीदी केंद्र में खुले आसमान में रखा हुआ है.

 

आंदोलनकारी किसानों का कहना है कि हमारा आंदोलन कोई बीजेपी या विपक्षियों के द्वारा प्रायोजित नहीं है. कांग्रेस सरकार किसानों का धान खरीदने के लिए समर्थन मूल्य की घोषणा की थी. किसानों का कहना है कि चुनाव में घर-घर ₹2500 प्रति क्विंटल धान खरीदने का वादा किया था. क्या मुसीबत आ गई है कि किसानों के धान का रोका जा रहा है. लगातार प्राकृतिक आपदा से पिछले 2 महीने से  किसान परेशान हैं, ऊपर से सरकार द्वारा प्रायोजित परेशानी से किसानों की आर्थिक स्थिति कमजोर हो गई है.

नेशनल हाईवे क्रमांक 30 में किसानों के द्वारा धान खरीदी के मामले को लेकर चक्का जाम कर दिए जाने के कारण कवर्धा से बेमेतरा होकर रायपुर की ओर चलने वाली सभी यात्री बसें पूरी तरह से प्रभावित हो गई हैं. इसके चलते बस संचालकों को वैकल्पिक मार्ग से आने जाने के कारण काफी समय लग रहा है. ज्ञात हो कि कवर्धा से रायपुर आने जाने वाली बसों की संख्या लगभग 50 से भी अधिक है वही बस नियमित नहीं होने के कारण यात्रियों को भी अपने गंतव्य की ओर जाने के लिए दिन भर इंतजार करना पड़ा. इसके कारण बेमेतरा बस स्टेण्ड यात्रियों के कारण भारी भीड़ की स्थिति बनी रही.

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बेमेतरा जिले में एक साथ दो स्थानों में धान बेचने के मामले को लेकर किसानों के द्वारा सड़क में चक्का जाम कर दिए जाने की स्थिति के बावजूद प्रशासन का कोई अमला आंदोलन कारी किसानों के पास नहीं पहुंचा. फिर भी किसान दिनभर सरकार विरोधी नारे लगाते हुए डटे रहे. किसानों ने कहा कि सरकार ने किसानों को टोकन जारी किया है उनका धान खरीदा जाए ताकि किसानों की खराब स्थिति सुधर सके.

 

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