जानिए फ़ेसबुक पर ‘डाटा चोरी’ के लिए जुकरबर्ग पर लगा इतना जुर्माना कि दूसरी कंपनी का निकल जाता दिवाला…

इस बार फ़ेसबुक भारी झाम में  फंस चूका हैं.  वहीं कंपनी को डाटा लीक के लिए सज़ा मिलने वाली है. डाटा लीक माने किसी का नाम, गांव, नौकरी, बीवी, बच्चे, जात, धरम वगैरह जो हम सब फ़ेसबुक पर आने से पहले भरते हैं. साथ ही हमारी एक्टिविटी वगैरह की जानकारी भी. जो कायदे से किसी के साथ साझा नहीं की जानी चाहिए. साझा की, तो सज़ा हुई.

 

 

बतादें की यूएस फेडरल ट्रेड कमिशन (एफटीसी), टेक्नॉलजी कंपनी फ़ेसबुक से 5 बिलियन डॉलर यानी 35 हजार करोड़ रुपये वसूलने वाला है. ये उतनी ही रकम है जितने में इंडिया 35 बार चंद्रयान छोड़ सकता है. क्योंकि हमारे इस बार के चंद्रयान मिशन का बजट है 978 करोड़. माने कि इस जुर्माने की रक़म से हम 35 बार चांद पर जा सकते हैं.

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खबरों के मुताबिक किसी टेक कंपनी पर अब तक का लगने वाला सबसे बड़ा जुर्माना है. जुर्माना इससे पहले भी लगा था. लेकिन इत्ता भारी भरकम नहीं था भाई सा’ब.  इससे पहले साल 2012 में गूगल पर भी 22 मिलियन डॉलर (154 करोड़ रुपये) का जुर्माना लग चुका है. और वो काहे लगा था. वही काम के लिए जो फ़ेसबुक ने किया है.

अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव थे. डोनाल्ड ट्रंप भी कैंडिडेट थे. उनके लिए डाटा जुटाने का काम एक कंपनी कर रही थी. कैम्ब्रिज एनालिटिका. इस पर आरोप लगे कि फ़ेसबुक के साथ मिलकर इसने करोड़ों यूज़र्स का डाटा चुराया और फिर ट्रंप के चुनाव में इस्तेमाल किया. सारा खेल डाटा का ही है. अपने यहां भी चुनाव होते हैं तो बड़ी-बड़ी कंपनियां बड़े-बड़े नेताओं और पार्टियों के लिए डाटा जुटाने का काम करती हैं. इसमें वोटर की निजी जानकारी भी होती है.

आरोप लगा कि फ़ेसबुक ने करोड़ों लोगों का डाटा बेहद चालाकी से इकठ्ठा किया. एक क्विज बनाया. लोग खेलने लगे. इससे लोगों का डाटा तो मिला ही, उनके दोस्तों का डाटा भी मिल गया.

दरअसल कुछ लोगों का मानना था कि इस रक़म का फ़ेसबुक पर बुरा असर पड़ेगा. लेकिन जित्ता पईसा फ़ेसबुक साल भर में कमाती है ये जुर्माना उसके तीसरे हिस्से में निपट जाएगा. इसीलिए कुछ अमेरिकी संस्थाओं का कहना था कि जुर्माना ऐसा लग्न चाहिए कि दुनिया याद करे.

लेकिन ये अब तक किसी टेक कंपनी पर लगा सबसे बड़ा जुर्माना है.  जुकरबर्ग की कमाई ही ताबड़तोड़ है. और कंपनी ने अपने इन्वेस्टर्स से भी यही कहा है कि ‘फ़िक्र करने की कोई बात नहीं जुर्माने भर का पैसा पहले ही अलग निकाल लिया गया था.

जहां दिन भर फ़ेसबुक पर डटे लोगों को तो चिंता होगी ही. आपने अपने दोस्त से चैट में पूछा कि भाई कैमरा खरीदना चाहता हूं. और अगले ही मिनट से आपके लैपटॉप पर कैमरे के जो विज्ञापन आने शुरू होते हैं, कि आपकी तस्वीर पर माला भले लटक जाए लेकिन कैमरे का विज्ञापन बंद  होने नहीं देता.इसलिए डाटा की सुरक्षा होनी चाहिए.

 

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